स्वयं सहायता समूह से महिलाओं की बदल रहीं तस्वीर कमाती है महीने में 50 हजार
स्वयं सहायता समूह से महिलाओं की बदल रहीं तस्वीर कमाती है महीने में 50 हजार
How can I earn 50k: आजकल पढ़ाई-लिखाई के बाद भी लोग अच्छी सैलरी नहीं कमा पा रहे हैं. वहीं, बस्ती की रंजना हर महीने 50 हजार रुपये कमा रही हैं. आइए जानते हैं कैसे.
बस्ती: समय के साथ महिलाएं हर क्षेत्र में आगे आकर काम कर रही हैं. आए दिन किसी न किसी महिला की इंस्पायरिंग सक्सेस कहानी सुनने को मिलती है. बस्ती की पंचायत परासडीह की रहने वाली रंजना को ही देख लिजिए. अपने पैरों पर खड़े हो कर वो हर महीने 50 हजार रुपये कमा रही हैं. आइए जानते हैं उनकी जर्नी.
परिवार की स्थिति देख उठाई जिम्मेदारी
रंजना आज से चार साल पहले समूह से नही जुड़ी थीं. तब उनकी आर्थिक हालत अच्छी नहीं थी. उनके बेटे का स्वास्थ्य अक्सर ठीक नहीं रहता था. रंजना के पति थोड़ी बहुत खेती करके किसी तरह से गुजारा करते थे. इतनी खेती भी नहीं थी कि इससे इनके परिवार का खर्च चल सके.
समूह से जुड़ बदल गई है किस्मत
रंजना अपने बेटे की दवा भी नहीं खरीद पा रही थीं. न ही उसकी पढाई की अच्छे स्कूल में व्यवस्था हो पा रही थी. कुछ साल बाद जिले के कुदरहा ब्लाक से आयी हुई आईसीआरपी द्वारा समूह के बारे में समझाया एवं बताया गया. फिर उन्हीं के द्वारा समूह बना दिया गया, जिससे रंजना जुड़ी. समूह से जुड़ने के बाद रंजना ने अपने नाम से बचत करना सीखा.
कैसे बदले आर्थिक स्थिति
समूह से जुड़ने के बाद उन्हें आसानी से ऋण मिलने लगा. इसके बाद समूह से 1 लाख रुपये ऋण लेकर रंजना ने ई-रिक्शा खरीदा. ई-रिक्शा से प्रतिदिन 1000-1200 रूपया आमदनी होने लगी.आय से रंजना अपने परिवार और बच्चों का खर्च उठा पा रही हैं. समय के सात रंजना के परिवार के हालात बदल गए हैं और अब वो बढ़िया जिंदगी जी रही हैं.
Tags: Local18, Success StoryFIRST PUBLISHED : September 11, 2024, 10:29 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed