विवाह से पहले झांसी के इस स्थान पर एक महीने तक रुकी थी रानी लक्ष्मीबाई 

मई के महीने में ही रानी लक्ष्मीबाई का विवाह हुआ था. ये महीना झांसी के लिए बहुत खास होता है. यहां स्थित दुर्गाबाड़ी में ही लक्ष्मीबाई विवाह से पहले मनु की शादी की कई रस्म अदा हुई थी.

विवाह से पहले झांसी के इस स्थान पर एक महीने तक रुकी थी रानी लक्ष्मीबाई 
शाश्वत सिंह/ झांसी : मई का महीना झांसी के लिए बेहद खास रहता है. साल 1842 के मई महीने में ही काशी की मनु झांसी की रानी लक्ष्मीबाई बनी थी. 19 मई 1842 को रानी लक्ष्मीबाई की शादी झांसी के महाराज गंगाधर राव से हुई थी. झांसी के गणेश मंदिर में शादी का कार्यक्रम संपन्न हुआ था. लेकिन, रानी लक्ष्मीबाई का परिवार शादी से एक महीने पहले ही झांसी आ गया था. एक महीने पहले आया था परिवार नन्हीं मनु अपने पिता मोरोपंत तांबे और नेवालकर परिवार के साथ झांसी आ गई थीं.  उनके परिवार के रुकने की व्यवस्था गणेश मंदिर के पास स्थित दुर्गाबाई के बाड़े में किया गया था. पूरा परिवार एक महीने तक दुर्गाबाई के बाड़े में रुका था. राजपरिवार की तरफ से यहां सभी शाही इंतजाम किए गए थे. शादी की कुछ रस्में भी दुर्गाबाई के बाड़े के आंगन में ही हुआ था. दुर्गाबाई का परिवार आज भी मौजूद दुर्गाबाई का बाड़ा आज भी झांसी में स्थित है. दुर्गाबाई के प्रपौत्र रमेश नेवालकर अपनी पत्नी के साथ यहां रहते हैं. उनके प्रपौत्र की पत्नी सुधा नेवालकर बताती हैं कि दुर्गाबाई की अपनी कोई संतान नहीं थी. उन्होंने अपनी बहन के बेटे को गोद लिया था. इसके बाद से ही यह परिवार में इस बाड़े में रह रहा है. शादी से पहले की रस्में हुई संपन्न सुधा नेवालकर ने बताया कि शादी से पहले की सभी रस्में दुर्गाबाई के बाड़े में ही संपन्न हुई थी. मराठी परंपरा में विवाह के दौरान सीमांत पूजा एक महत्वपूर्ण रस्म होती है. यह पूजा भी इस बाड़े के आंगन में हुई थी. इसके साथ ही हल्दी, मेंहदी जैसी रस्में भी यहीं हुई. इसके बाद पूरा परिवार गणेश मंदिर में शादी की रस्मों के लिए गया था. Tags: Jhansi news, Local18FIRST PUBLISHED : May 9, 2024, 16:29 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed