जानें क्यों करनी पड़ रही है प्रदेश में बिजली की आपात कटौती ये है वजह

UP Power Cut News: भीगे कोयले की फीडिंग के कारण ओबरा भी तापी परियोजना की 200-200 मेगावाट क्षमता की पांच इकाइयां एक के बाद एक बंद हो गई.

जानें क्यों करनी पड़ रही है प्रदेश में बिजली की आपात कटौती ये है वजह
रिपोर्ट- अरविंद दुबे सोनभद्र: देश के कई हिस्सों में लगातार हो रही बारिश के कारण बिजली उत्पादन घट गया है. इससे बिजली सप्लाई की समस्या बढ़ गई है. प्रदेश के अन्य जिलों समेत सोनभद्र में भी लगातार हो रही बारिश से बिजली उत्पादन पर असर पड़ा है. गीले कोयले के कारण ओबरा की सभी पॉवर यूनिट बंद हैं. हरदुआगंज की इकाइयों को लो डिमांड के कारण बंद करना पड़ा. निगम की कुल 11 में निजी क्षेत्र की पांच और एनटीपीसी की दो इकाइयों से बिजली का उत्पादन बंद है. बारिश के कारण कोल खदानों और परियोजनाओं के भंडारण गृह में पानी घुस गया है. इस कारण परियोजनाओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. ओबरा के कोल यार्ड में पानी भरने से बॉयलर में गीला कोयला जाने लगा. इस कारण बारी-बारी से सभी इकाइयों को बंद करना ही आखिरी विकल्प बचा. ओबरा सी की 660 मेगावाट की पहली इकाई भी सीईपी ट्रिप के कारण बंद हुई लेकिन, बाद में लाइटअप कर लिया गया. बिजली की मांग में कमी आने के कारण हरदुआगंज की चार इकाइयों से 1,265 मेगावाट का उत्पादन बंद करना पड़ा. टांडा की 440 मेगावाट की चार इकाईयों को बंद किया गया है. 660 मेगावाट की एनटीपीसी मेजा की पहली इकाई को सीडब्लू पंप ट्रिप होने और 210 मेगावाट की सिंगौरली की पहली इकाई को बीटीएल के कारण बंद किया गया. भीगे कोयले की फीडिंग से ओबरा परियोजना की पांच इकाइयां बंद भीगे कोयले की फीडिंग के कारण ओबरा भी तापी परियोजना की 200-200 मेगावाट क्षमता की पांच इकाइयां एक के बाद एक बंद हो गई. इससे बी- परियोजना से बिजली उत्पादन शून्य हो गया. इस वजह से प्रदेश के कई हिस्सों में आपात बिजली कटौती हो रही है. विभागीय अधिकारी लगातार समस्या का समाधान करने में युद्ध स्तर पर जुटे हुए हैं. कई दिनों से हो रही भारी बारिश का पानी बीटीपीएस के कोयलार्ड में भर गया जिस कारण से कोयला पूरी तरह से भीग गया. बारिश के कारण इकाइयों को सप्लाई होने वाले कोयले के साथ कीचड़ और मिट्टी जाने लगी. इससे एक के बाद एक इकाइयां ट्रिप होने लगी. इसका नतीजा रहा कि ओबरा बी-परियोजना का बिजली उत्पादन शून्य हो गया. प्रदेश में बढ़ी हुई बिजली समस्या को ठीक करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. माना जा रहा है कि अगले 24 घंटे में स्थिति को नियंत्रित कर लिया जाएगा जिसे लेकर संबंधित उच्च अधिकारियों की टीम लगातार निगरानी कर रही है. इंजीनियर कार्यों को ठीक करने में जुटे हुए भी हैं. ऐसे में प्रदेश में अभी कुछ समय और ऐसी स्थिति में बिजली का संकट रहने की संभावना जताई जा रही है. Tags: Local18FIRST PUBLISHED : September 19, 2024, 13:46 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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