बारिश के कारण गिर गए धान के पौधे करें छोटा सा ये देसी उपाय नुकसान होगा कम

डॉ. एनपी गुप्ता ने लोकल 18 को बताया कि धान की फसल गिरने और जल भराव रहने से धान में भूरा फुदका भी अटैक कर सकता है. भूरा फुदका धान के पौधों के तने से रस चूस कर पौधों को कमजोर कर देता है. धीरे-धीरे पूरा पौधा नष्ट हो जाता है. ऐसे में जरूरी है कि किसान भूरा फुदका का भी नियंत्रित करें.

बारिश के कारण गिर गए धान के पौधे करें छोटा सा ये देसी उपाय नुकसान होगा कम
शाहजहांपुर : बेमौसम हुई बारिश से उत्तर प्रदेश के कई जिलों में धान की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. भारी बारिश और तेज हवा के चलते ही जगह पर धान की फसल जमीन पर लेट गई है. कई जगह पर जल भराव होने की वजह से फसल बर्बाद भी हुई लेकिन बारिश के बाद अगर किसान कुछ जरूरी काम कर लें तो वह फसल में होने वाले नुकसान को काफी हद तक कम कर सकते हैं. कृषि एक्सपर्ट का कहना है कि किसान खेत में जल निकासी को बेहतर करें. कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनाद कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि लगातार भारी बारिश से किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा है. कई जगह पर किसानों की फसल जमीन पर लेट गई है. ऐसे में जरूरी है कि किसान धान की फसल से पानी को तत्काल निकालें और जल भराव ना हो दें, ऐसा करने से फसल में होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है. गिरी हुई फसल में अगर जल भराव होगा तो फंगस से फसल को नुकसान हो सकता हैं, दाने भी खराब हो जाएंगे. धान के दानों का रंग बदल जाता है. चावल निकालने पर चावल टूट जाता है, जिससे किसानों को भारी नुकसान होता है. भूरा फुदका कर सकता है अटैक डॉ. एनपी गुप्ता ने लोकल 18 को बताया कि धान की फसल गिरने और जल भराव रहने से धान में भूरा फुदका भी अटैक कर सकता है. भूरा फुदका धान के पौधों के तने से रस चूस कर पौधों को कमजोर कर देता है. धीरे-धीरे पूरा पौधा नष्ट हो जाता है. ऐसे में जरूरी है कि किसान भूरा फुदका का भी नियंत्रित करें. किसान करें ये देसी उपाय डॉ. एनपी गुप्ता ने लोकल 18 को बताया कि धान की गिरी हुई फसल को बचाने के लिए किसान देसी उपाय भी कर सकते हैं. किसान धान के 10 से 12 पौधों को एक जगह इकट्ठा करके बाली के नीचे से बंधाई कर दें. ऐसा करने से हवा का आवागमन बढ़ेगा, दाने मिट्टी के संपर्क में नहीं आएंगे और होने वाले नुकसान को काम किया जा सकता है. किसान धान के खेत में जगह-जगह पर बांस लगाकर उन्हें रस्सी बांध दें और उसी रस्सी के सहारे धान के पौधों को खड़ा कर दें. Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 19, 2024, 13:47 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed