जानें कैसे पड़ा इस शहर का अंग्रेजी नाम जिस नाम से है यूपी का यह जिला इस नाम का यहां नहीं है कोई स्थान
जानें कैसे पड़ा इस शहर का अंग्रेजी नाम जिस नाम से है यूपी का यह जिला इस नाम का यहां नहीं है कोई स्थान
History of Sonbhadra: यूपी के सोनभद्र जिले का नाम भले ही सोनभद्र है, लेकिन यहां कोई सोनभद्र नाम का स्थान नहीं है. इस जिले का मुख्यालय राबर्ट्सगंज है. इस जिले का नाम अंग्रेज अधिकारी फ्रेडरिक रॉबर्ट्स के नाम पर पड़ा था.
सोनभद्र: यूपी के आखिरी जिले का नाम भले ही सोनभद्र है, किंतु इस नाम का इस जिले में कोई स्थान नहीं है. आज भी जिला मुख्यालय राबर्ट्सगंज को जाना जाता है. इतना ही नहीं यूपी की आखिरी लोकसभा सीट भी रॉबर्ट्सगंज ही है, जो कि राज्य के सोनभद्र जिले में स्थित एक शहर है.
सोनभद्र जिले को मिर्जापुर के दक्षिणांचल से अलग करके बनाया गया है. यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने 4 मार्च 1989 को सोनभद्र के रूप में नया जिला बनाने की घोषणा की थी. इसके बाद रॉबर्ट्सगंज को नए जिले का मुख्यालय बनाया गया.
जानें कैसे पड़ा अंग्रेजी नाम
शहर का नाम रॉबर्ट्सगंज पड़ने के पीछे की कहानी की बात करें, तो ब्रिटिश हुकूमत ने कई शहरों और कस्बों का नामकरण अपनी सुविधा के अनुसार किया था. इसी कड़ी में 1928 में ‘टाड़ का डौर’ नामक इलाके का नाम बदलकर रॉबर्ट्सगंज किया गया. फ्रेडरिक रॉबर्ट्स जो कि 1885 से 1893 तक भारतीय ब्रिटिश सेना के कमांडर इन चीफ थे. सेना के इन फील्ड मार्शल फ्रेडरिक रॉबर्ट के नाम पर ही इसका नामकरण किया गया.
इसके बाद समय-समय पर इस नाम को बदलने की मांग भले ही की जाती रही हो, किंतु पूर्ण रूप से नाम आज भी नहीं बदला जा सका है. गौरतलब है कि सोनभद्र जिले मुख्यालय राबर्ट्सगंज है, किंतु केंद्र व प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद कई शहरों के नाम बदलने की मुहिम चली.
सोनभद्र नाम का कोई स्थान नहीं
लिहाजा यहां भी रेलवे विभाग द्वारा अब नाम राबर्ट्सगंज से बदल कर सोनभद्र जरूर कर दिया गया, किंतु इस शहर की पहचान आज भी अंग्रेजी हुकूमत वाले समय का ही चल रहा है. आज भी अगर आप सड़क मार्ग से आते हैं और यह ढूंढने का प्रयत्न करेंगे तो सोनभद्र नाम का कोई स्थान मिले तो यह संभव नहीं होगा.
Tags: Local18, Sonbhadra NewsFIRST PUBLISHED : September 9, 2024, 13:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed