किसान लगा दें ये विदेशी पेड़ चमक उठेगी किस्मत जानें लगाने का सही तरीका

Eucalyptus Tree Farmin: यूकेलिप्टस का पौधा रोपाई के 6 साल बाद तैयार हो जाता है. इसके लिए किसी अतिरिक्त खर्च की जरूरत नहीं पड़ती. इस पौधे की खेती सह फसली खेती के तौर पर की जा सकती है. खेत की मेड़ पर लगा देने से यह अन्य फसलों को नुकसान भी नहीं पहुंचाता है.

किसान लगा दें ये विदेशी पेड़ चमक उठेगी किस्मत जानें लगाने का सही तरीका
सौरभ वर्मा/रायबरेली: अगर आप खेती किसानी के साथ अतिरिक्त कमाई करना चाहते हैं तो आपके लिए कृषि विशेषज्ञ की एक सलाह बड़े काम की हो सकती है. दरअसल, खेतों में तो किसान अपनी फसल लगाते हैं लेकिन, मेड़ खाली पड़ी रहती है. इसी खाली मेड़ पर यूकेलिप्टस के पौधा लगाकर किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं. चलिए आपको यूकेलिप्टस के पौधे से होने वाले मुनाफे और इससे जुड़ी अन्य जरूरी बातों के बारे में कृषि विशेषज्ञ की राय बताते हैं. कृषि के क्षेत्र में 10 वर्षों का अनुभव रखने वाले रायबरेली के राजकीय कृषि केंद्र के प्रभारी अधिकारी कृषि शिव शंकर वर्मा ( डा राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय फैजाबाद) बताते हैं कि किसान अपनी फसल के साथ यूकेलिप्टस के पौधे को तैयार कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. इसकी लकड़ी का प्रयोग  फर्नीचर बनाने और अन्य घरेलू सामान बनाने के साथ ही औद्योगिक इकाइयों के इस्तेमाल में भी आती है. विदेशी मूल का है यह पौधा शिव शंकर बताते हैं कि यूकेलिप्टस का पौधा ऑस्ट्रेलियाई मूल का पौधा है. यह कम समय में तेजी से बढ़ता है. इस पौधे को अन्य फसलों के साथ आसानी से तैयार किया जा सकता है. इससे किसानों को कम लागत में मुनाफा कमाने का मौका मिल जाता है. इसे अलग-अलग क्षेत्र में कई अन्य नामों गम, सफेदा और नीलगिर के नाम से भी जाना जाता है. यूकेलिप्टस की लकड़ी का इस्तेमाल यूकेलिप्टस लकड़ी का इस्तेमाल इमारती लकड़ी के अलावा ईंधन, पेटियां बनाने, हार्ड बोर्ड बनाने, लुगदी, फर्नीचर, पार्टिकल बोर्ड आदि के लिए इस्तेमाल किया जाता है. किसान इसे मेड़ के अलावा अपनी खाली पड़ी जमीन या खेत में लगाकर और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. कैसे लगाएं यूकेलिप्टस का पेड़ यूकेलिप्टस के पौधे को लगाने के लिए सबसे पहले एक मीटर चौड़ा 1 मीटर लंबा और 1 मीटर गहरा गड्ढा खोदकर उसकी मिट्टी बाहर निकाल लें. अब एक तिहाई मिट्टी एक तिहाई गोबर की सड़ी हुई खाद और समान मात्रा में बालू मिलाकर उसमें फंगीसाइड मिलाते हुए गड्ढे को भर दें. गड्ढे में मिट्टी भरते समय 1 किलोग्राम में एनपीके खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं. गड्ढों के बीच 2 मीटर की दूरी होनी चाहिए. 6 वर्षों में तैयार हो जाएगा पौधा LOCAL 18 से बात करते हुए प्रभारी अधिकारी शिव शंकर वर्मा बताते हैं कि यूकेलिप्टस का पौधा रोपाई के 6 वर्षों बाद तैयार हो जाता है. इसके लिए किसी अतिरिक्त खर्च की जरूरत नहीं पड़ती है. इस पौधे की खेती सह फसली खेती के तौर पर की जा सकती है. खेत की मेड़ पर लगा देने से यह अन्य फसलों को नुकसान भी नहीं पहुंचाता है. Tags: Local18FIRST PUBLISHED : July 9, 2024, 18:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed