महाराष्ट्र की इस सीट पर महंत ने बिगाड़ा NDA का खेल मनाने में जुटा नेतृत्व!

महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव रोचक दौर में पहुंच गया है. यहां की कई सीटों पर बेहद कांटे की टक्कर दिख रही है. एक ऐसी ही सीट है नासिक, जहां से एक महंत भाजपा का खेल बिगाड़ने के लिए मैदान में कूद गए हैं. उनका इलाके में अच्छा खासा प्रभाव बताया जाता है.

महाराष्ट्र की इस सीट पर महंत ने बिगाड़ा NDA का खेल मनाने में जुटा नेतृत्व!
लोकसभा की सीटों की दृष्टि से देश के दूसरे सबसे अहम राज्य महाराष्ट्र की अधिकतर सीटों पर लड़ाई तगड़ी है. यहां भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए और कांग्रेस-शिवसेना (उद्धव) और एनसीपी (शरद) की महाविकास अघाड़ी के बीच तमाम सीटों पर कांटे की टक्कर है. यहां लोकसभा की कुल 48 सीटें हैं. यह उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र को देश में सबसे अधिक सीटों का सूबा बनाता है. यहीं पर राजनीतिक के चाणक्य कहे जाने वाले वयोवृद्ध नेता शरद पवार हैं. वह महाविकास अघाड़ी का हिस्सा हैं और तमाम सीटों पर अपनी गोटी बिछाने में व्यस्त हैं. दूसरी तरफ पीएम नरेंद्र मोदी भी अधिक से अधिक सीटें एनडीए के खाते में डालने के लिए आक्रामक प्रचार में जुटे हैं. इस बीच नासिक लोकसभा सीट का पेंच फंसता नजर आ रहा है. यहां से अभी तक एनडीए ने अपना उम्मीदवार नहीं बताया है. एनडीए में उम्मीदवारी को दरार बरकरार है. दूसरी ओर, महाविकास अघाड़ी के राजाभाऊ वाजे ने प्रचार का मोर्चा संभाल लिया है. इस बीच शांतिगिरि महाराज ने यहां से निर्दलीय ताल ठोंकने का फैसला किया है. इससे एमडीए का सिरदर्द बढ़ गया है. एनडीए नेताओं की ओर से शांतिगिरी महाराज को मनाने की कोशिशें की जा रही हैं. हालांकि, ये सभी प्रयास व्यर्थ हैं. यह देखना महत्वपूर्ण है कि अगर शांतिगिरी महाराज अपनी उम्मीदवारी जारी रखते हैं तो किस पर असर पड़ेगा. तीन महंत मैदान में देवभूमि नासिक में लोकसभा क्षेत्र के लिए तीन साधु-मंहतों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. हालांकि, सबसे ज्यादा चर्चा शांतिगिरी महाराज की है. शांतिगिरी महाराज पहले छत्रपति संभाजीनगर से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि, उस समय उनको भारी मतों के अंतर से हार स्वीकार करनी पड़ी थी. अब जब शांतिगिरी महाराज एक बार फिर नासिक लोकसभा के मैदान में उतर गए हैं तो हिंदुत्व वोटों का बंटवारा एनडीए उम्मीदवार के लिए परेशानी का सबब बन सकता है. इसलिए उन्हें मनाने की कोशिश की जा रही है. मंत्री गिरीश महाजन ने भी शांतिगिरी महाराज से मुलाकात की और उनसे नाम वापस लेने का अनुरोध किया है. गिरीश महाजन के अनुरोध के बावजूद शांतिगिरी महाराज नासिक लोकसभा चुनाव लड़ने पर अड़े हुए हैं. महाराज और उनके भक्तों का मानना ​​है कि नासिक में हमारा एक बड़ा भक्त परिवार है और इस भक्त परिवार की ताकत से हम लड़ेंगे और जीतेंगे. . Tags: Loksabha Election 2024, Loksabha ElectionsFIRST PUBLISHED : April 30, 2024, 17:17 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed