मछली पालन से बन सकते हैं अमीर! सरकार भी करती है मदद ये रहा आवेदन का प्रोसेस
मछली पालन से बन सकते हैं अमीर! सरकार भी करती है मदद ये रहा आवेदन का प्रोसेस
Fish Farming Subsidy in Uttar Pradesh: मछली पालन एक बेहद फायदेमंद बिजनेस है. इसके लिए राज्य सरकार किसानों को अनुदान भी देती है. ताकि, उनकी आय बढ़ सके. लोकल 18 से बात करते हुए मत्स्य पालन विभाग रायबरेली के मुख्य कार्यकारी अधिकारी इरफानुल्लाह खान ने बताया कि यूपी सरकार द्वारा मत्स्य पालकों के लिए महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत आर्थिक सहयोग के रूप में अनुदान उपलब्ध कराती है.
सौरभ वर्मा /रायबरेली: मछली पालन एक लाभदायक व्यवसाय बनता जा रहा है. इसे बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार अब किसानों को अनुदान दे रही है. अगस्त माह तक इस योजना का लाभ उठाया जा सकता है. इस अनुदान का उद्देश्य किसानों को मछली पालन की ओर प्रोत्साहित करना और उनकी आय में वृद्धि करना है. अगर आप भी मछली पालन करने की सोच रहे हैं, तो अनुदान के लिए आवेदन कैसे करना है, यहां हर एक बात जानें.
लोकल 18 से बात करते हुए मत्स्य पालन विभाग रायबरेली के मुख्य कार्यकारी अधिकारी इरफानुल्लाह खान ने बताया कि यूपी सरकार द्वारा मत्स्य पालकों के लिए महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत आर्थिक सहयोग के रूप में अनुदान उपलब्ध कराती है. यह अनुदान उन्हीं लोगों को मिलता है, जिनको राजस्व विभाग द्वारा तालाब का आवंटन किया जाता है. इसके लिए उन्हें मत्स्य विभाग के सभी मानदंडों को पूरा करना होगा. तभी उन्हें इस योजना का लाभ मिल सकेगा.
यह कागजात जरूरी
मत्स्य पालकों को अनुदान हेतु आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेजों में आवेदक के दो फोटो, आधार कार्ड, खसरा खतौनी, पट्टा प्रपत्र, बैंक पास बुक की छाया प्रति जरूरी है.
इस वेबसाइट पर करें आवेदन
मत्स्य पालक किसान मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना का लाभ लेने के लिए मत्स्य विभाग की वेबसाइट https://fisheries.up.gov.in पर ऑनलाइन माध्यम से आवेदन कर इसका लाभ उठा सकते हैं. इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान 19 अगस्त के पहले आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए सिर्फ वही मत्स्य पालक मान्य होंगे, जिनका पट्टा की समय सीमा आगामी 5 साल के लिए बची हुई है.
आवेदन के बाद होगा सत्यापन
मत्स्य पालन विभाग के अधिकारियों द्वारा आपके तालाब पर जाकर स्थलीय निरीक्षण किया जाएगा. इसके बाद आपके खाते में लागत की 40 प्रतिशत अनुदान की राशि हस्तांतरित कर दी जाएगी. इस योजना का लाभ सभी वर्गों के लोग उठा सकते हैं.
मछली पालन की देखरेख
इरफानुल्लाह खान बताते हैं कि मत्स्य पालक किसान कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें. इससे उन्हें किसी प्रकार के नुकसान का सामना न करना पड़े.
1- पानी की गुणवत्ता: मछली पालन के लिए पानी की गुणवत्ता बेहद महत्वपूर्ण होती है. नियमित रूप से पानी की जांच करें और आवश्यकतानुसार शुद्धिकरण करें.
2- खाद्य प्रबंधन: मछलियों को उचित मात्रा में और गुणवत्ता का भोजन दें. खासकर ध्यान रखें कि मछलियों के लिए चारा ताजा हो.
3- स्वास्थ्य जांच: मछलियों की नियमित स्वास्थ्य जांच करें. किसी भी प्रकार की बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें.
4- पर्यावरण का ध्यान: मछली पालन के लिए जगह का चुनाव करते समय आसपास के पर्यावरण का ध्यान रखें. मछलियों के लिए पर्याप्त स्थान और ऑक्सीजन की मात्रा सुनिश्चित करें.
5- मत्स्य विभाग से संपर्क: समय-समय पर स्थानीय कृषि विभाग से संपर्क बनाए रखें. ताकि किसी भी समस्या का समाधान तुरंत हो सके.
इस प्रकार मछली पालन के लिए राज्य सरकार द्वारा दिए गए अनुदान का लाभ उठाकर और उचित देखरेख विधियों का पालन कर आप अपने व्यवसाय को सफल बना सकते हैं. सही तरीके से की गई देखरेख न केवल मछली की पैदावार बढ़ेगी. बल्कि आपकी आय में भी वृद्धि होगी.
Tags: Agriculture, Animal Farming, Local18, Raebareli latest news, UP GovernmentFIRST PUBLISHED : August 14, 2024, 10:09 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed