डेढ़ महीने में 3000 बन जाएगा 50 हजार इस फसल की करेंगे खेती तो छापेंगे नोट!
डेढ़ महीने में 3000 बन जाएगा 50 हजार इस फसल की करेंगे खेती तो छापेंगे नोट!
जहां एक ओर मिर्च का कड़वा स्वाद इसे सीमित अनुपात में इस्तेमाल करने के लिए मजबूर करता है, वहीं इस मिर्च की फसल ने गिरजेश की तकदीर बदल दी है. उनके जीवन में अब इतनी मिठास है कि उन्हें किसी से कर्ज लेने की जरूरत नहीं है.
फर्रुखाबाद: असफलता और हार जीवन की सच्चाई हैं, जो हमें बहुत कुछ सिखाती हैं. जब भी हम हारते हैं या निराश होते हैं, तो हम धैर्य रखना सीखते हैं. फर्रुखाबाद के कमालगंज क्षेत्र के बखेरा गांव के निवासी गिरजेश की संघर्ष भरी कहानी आज के युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक संदेश है. एक समय था जब घर में तंगहाली और गरीबी के बीच जीवन यापन भी कठिन हो गया था, लेकिन गिरजेश ने कभी हार नहीं मानी. उन्होंने अपनी थोड़ी सी जमीन पर समय से पहले फसल उगाने का प्रयास किया, और आज वे पिछले 15 वर्षों से लगातार सब्जियों की खेती कर रहे हैं. खासतौर पर मिर्च की खेती ने उनके जीवन की दिशा ही बदल दी है.
जहां एक ओर मिर्च का कड़वा स्वाद इसे सीमित अनुपात में इस्तेमाल करने के लिए मजबूर करता है, वहीं इस मिर्च की फसल ने गिरजेश की तकदीर बदल दी है. उनके जीवन में अब इतनी मिठास है कि उन्हें किसी से कर्ज लेने की जरूरत नहीं है. वर्तमान समय में मंडियों में मिर्च की तगड़ी मांग है, और यह फसल न्यूनतम लागत में बंपर पैदावार देकर किसानों के लिए खास बन गई है.
कम लागत, ज्यादा मुनाफा
फर्रुखाबाद के बखेरा गांव के निवासी गिरजेश पिछले 15 वर्षों से मिर्च की फसल उगा रहे हैं. उनका कहना है कि आमतौर पर एक बीघा जमीन पर मिर्च की खेती में पच्चीस सौ से तीन हजार रुपए की लागत आती है और यह फसल 45 दिनों में तैयार हो जाती है. वे गोबर से तैयार जैविक खाद का उपयोग करते हैं, जिससे उनकी लागत कम होती है और उत्पादन अधिक होता है. आज की स्थिति यह है कि बाजार में मिर्च की कीमतें बढ़ जाने के कारण वे एक बीघा जमीन से आसानी से पचास हजार रुपए का मुनाफा कमा रहे हैं.
हरी मिर्च के लाभ
मिर्च किसी भी खाने के स्वाद को बढ़ा देती है. इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम और कई अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए बेहद लाभकारी हैं. इसके अलावा, इसमें कैप्साइसिन नामक कंपाउंड पाया जाता है, जो हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद माना जाता है.
Tags: Agriculture, Local18FIRST PUBLISHED : August 14, 2024, 10:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed