ये विक्टिम कार्ड रखिए जेब में संभल हिंसा पर बहस में भड़क गए अनुराग भदौरिया
ये विक्टिम कार्ड रखिए जेब में संभल हिंसा पर बहस में भड़क गए अनुराग भदौरिया
Sambhal Violence: जामा मस्जिद का 24 नवंबर को दोबारा सर्वे किए जाने के दौरान हिंसा भड़क उठी थी और इस दौरान प्रदर्शनकारियों तथा पुलिस के बीच झड़प में चार लोगों की मौत हो गई तथा 25 अन्य जख्मी हो गए थे.
नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के संभल जिले में कई दिनों की हिंसा के बाद शुक्रवार को इंटरनेट सेवा फिर से शुरू कर दी गई. जिला सूचना अधिकारी बृजेश कुमार ने बताया, “संभल में शुक्रवार शाम चार बजे इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं.” जिले में शाही जामा मस्जिद और अन्य स्थानों पर जुमे की नमाज शांतिपूर्वक अदा किए जाने के कुछ घंटे बाद इंटरनेट सेवा बहाल की गई. मुगलकालीन मस्जिद के सर्वे के बाद जिले में हिंसा भड़क उठी थी. इसी मुद्दे को लेकर न्यूज18 पर एक बहस के दौरान समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया भड़क गए और ऊंची आवाज में चिल्लाने लगे.
‘गूंज’ कार्यक्रम के दौरान कंसल्टिंग एडिटर रुबिका लियाक़त ने जब उनसे कहा कि 2012 के पहले सब ठीक था और उसके बाद अचानक से सारी रिवायतें बदल गईं…
इसके जवाब में सपा प्रवक्ता भदौरिया ने कहा, “भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को सिर्फ और सिर्फ जनता को असली मुद्दों से ध्यान भटकाना है. नफरत की राजनीति को जोड़ना है. क्या हमने कहा था कि… कासगंज में जिस तरह की हिंसा हुई, जिस तरह से आपने बहराइच में देखा. क्या हमने नहीं कहा कि बहराइच में पुलिस को सैनिटाइज करना चाहिए था. आज हमारे बीच में राम कुमार मिश्रा जी होते अगर पुलिस सिस्टम मजबूत होता, तो पुलिस वहां चौकन्नी होती और जो कुछ वहां हुआ, वो सब नहीं हो पाता. लेकिन ऐसा नहीं हुआ ना…”
उन्होंने आगे कहा, “ऐसा ये लोग (भाजपा) नहीं करते… क्योंकि उनको करना नहीं है. अगर ये पुलिस-व्यवस्था सही रखेंगे, तो इस तरह की कोई घटना हो ही ना पाए. हिंदुस्तान में सभी जात-धर्म के लोग रहते हैं. और ये हमारी और हर सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि अनेकता में एकता बनी रहे. अनेकता में जो एकता है, उस पर कोई आंच ना आए. किसी तरह से उसे ठेस ना पहुचे. ये जिम्मेदारी तो सरकार की होती है ना… सरकार इस जिम्मेदारी को निभाए. क्या सरकार को अनेकता में एकता पर विश्वास नहीं है. क्या सरकार संविधान पर भरोसा नहीं करती है. क्या सरकार लोकतंत्र पर यकीन नहीं करती है… लोकतंत्र में तो ये होता है ना कि विपक्ष का नेता अगर कोई बात कह रहा है तो सत्ता पक्ष को मानना चाहिए.. सत्ता को जिसने चुना है, विपक्ष को भी उसी जनता ने सुना है…”
इसके बाद न्यूज एंकर ने सपा प्रवक्ता से कहा, “आप ये मानते हैं कि…”
भदौरिया ने उन्हें बीच में टोकते हुए कहा, “अरे बोलने दीजिए, फिर टोकने लगीं आप…”
तो न्यूज एंकर ने उनसे कहा, “अरे आप कितना बोलते हैं.. कितना बोलेंगे भई. मैं यहां पर आपका वो सुनने थोड़े ही आई हूं. रैली में थोड़े ही हैं आप… और मैं आपका वोटर थोड़े ही हूं कि आप बोलते चले जाएंगे और मैं सुनती चली जाऊंगी…”
फिर सपा प्रवक्ता ने कहा, “सत्ता पक्ष बोलेगा तो आप बोलने देंगी और विपक्ष बोलता है तो आप नहीं बोलने देंगी… शलभमणि त्रिपाठी को कितनी बार टोका.”
इसके बाद रुबिका लियाकत ने उनसे कहा, “90 सेकेंड उन्होंने (शलभमणि) बोला और आप डेढ़ सेकेंड से बोले चले जा रहे हैं और मुझे बोलने नहीं दे रहीं, मुझे बोलने नहीं दे रहीं… कहते चले जा रहे हैं… ये विक्टिम कार्ड अंदर रखिए पीछे वाली जेब में. आप चाहते हैं कि आधे घंटे का पूरा प्रोग्राम मैं एक्सक्लूसिव कर लूं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनुराग भदौरिया के साथ…”
भदौरिया ने कहा कि समाजवादी पार्टी राष्ट्र की बात करती हैं, तो आपको दिक्कत होने लगती है क्योंकि बीजेपी का एजेंडा चलाना है और वो मैं चलाने नहीं दूंगा…
इसके बाद एंकर ने कहा, “अगर आपको लगता है कि सरकारों के नाक तले अगल इस तरह की हिंसा हो जाती है तो सरकार को चुल्लू भर पानी में डूब के मर जाना चाहिए, तो मुजफ्फरपुर दंगों के लिए मैं दूं एक ग्लास पानी आपको, करेंगे हथेली अपनी आगे.”
गौरतलब है कि संभल में अदालत के आदेश पर 19 नवंबर को जामा मस्जिद के पहली बार किए गए सर्वेक्षण के बाद से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है. अदालत ने यह आदेश जिस याचिका पर दिया उसमें दावा किया गया है कि जिस जगह पर जामा मस्जिद है वहां पहले कभी हरिहर मंदिर था. 24 नवंबर को मस्जिद का दोबारा सर्वे किए जाने के दौरान हिंसा भड़क उठी थी. इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में चार लोगों की मौत हो गई थी और 25 अन्य घायल हुए थे.
Tags: BJP, Samajwadi party, Sambhal NewsFIRST PUBLISHED : November 29, 2024, 19:09 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed