दुनिया का सबसे ट्रेंडिंग कोर्स भारत में भी कर सकते हैं पढ़ाई लाखों में कमाई

Career in AI, Artificial Intelligence Courses: दुनियाभर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का डंका बज रहा है. अचानक से ही एआई ने हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में हलचल मचा दी है. कुछ साल पहले तक भारत में रहकर एआई कोर्स कर पाना आसान नहीं था. लेकिन अब कई टॉप इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट एआई कोर्स करवा रहे हैं.

दुनिया का सबसे ट्रेंडिंग कोर्स भारत में भी कर सकते हैं पढ़ाई लाखों में कमाई
नई दिल्ली (Career in AI, Artificial Intelligence Courses). अमेरिका, चीन, जापान और यूरोप जैसे देशों की तरह अब भारत में भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की धूम मच गई है. दिल्ली, बेंगलुरु जैसे महानगरों में कुछ रेस्त्रां में अब खाना भी रोबोट सर्व कर रहे हैं. स्टूडेंट्स भी बीटेक में पेट्रोलियम, सिविल, मैकेनिकल जैसी ब्रांचेस के बजाय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर फोकस कर रहे हैं. अब भारत के कई इंजीनियरिंग संस्थानों में एआई कोर्स करवाया जाने लगा है. टेक्नोलॉजी हर दिन अपडेट हो रही है. उसी के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी हमारी लाइफस्टाइल का हिस्सा बन चुकी है. एआई एक्सपर्ट की डिमांड बढ़ती बढ़ती जा रही है. हर कोई इसके बारे में जानना चाहता है और इसका इस्तेमाल भी करना चाहता है. कोरोना काल के बाद से इसकी डिमांड में गजब इजाफा हुआ है (AI Jobs). आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने दुनियाभर में करियर के नए अवसर डेवलप कर दिए हैं. अगले कुछ सालों में एआई करियर ऑप्शन का दायरा तीन गुना बढ़ने की उम्मीद है. What is Artificial Intelligence: क्या है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस? आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में डेटा मैनेजमेंट का काफी अहम हिस्सा है. इंजीनियरिंग की विभिन्न ब्रांचेस- इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल्स, कंप्यूटर इंजीनियरिंग, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, रोबोटिक्स, मैथेमेटिक्स आदि को एक जगह मिलाकर एआई का निर्माण किया जाता है (AI Courses Syllabus). इसमें अलग-अलग परिस्थितियों के हिसाब से कंप्यूटर की प्रोग्रामिंग की जाती है. इसमें सब कुछ डेटा पर निर्भर करता है. डेटा गलत होगा तो एआई सही तरह से काम भी नहीं कर पाएगा. यह भी पढ़ें- कुवैत में बसे हैं लाखों भारतीय, खूब होती है कमाई, नाई को मिलते हैं इतने रुपये AI Courses: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रमुख कोर्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस काफी विस्तृत है. इसका सिलेबस कई फैक्टर्स को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है. आप एआई में ये कोर्स कर सकते है- 1- पीजी प्रोग्राम इन मशीन लर्निंग एंड एआई – International Institute of Information technology (आईआईआईटी) बैंगलोर, आईआईटी मुंबई 2- फाउंडेशन ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग – आईआईआईटी हैदराबाद 3- पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग – ग्रेट लर्निंग इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम 4- फुल स्टैक मशीन लर्निंग एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्राम – जिगसॉ एकेडेमी, बेंगलुरु 5- पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डीप लर्निंग – मणिपाल प्रोलर्न, बेंगलुरु AI Free Courses: फ्री में भी कर सकते हैं एआई कोर्स Google एआई और एमएल में फ्री लर्निंग कोर्स करवाता है. आप इसके बेसिक्स सीखने के बाद एडवांस कोर्स भी कर सकते हैं. इसके अलावा कई अन्य संस्थान एआई में फुल टाइम कोर्स भी करवाते हैं. 1- आईआईटी खड़गपुर, दिल्ली, मुंबई, कानपुर, मद्रास, गुवाहाटी, रुड़की (www.iit.ac.in) 2- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलुरु (www.iisc.ernet.in) 3- नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली (www.nsit.ac.in) 4- बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (बिट्स), पिलानी (www. bits-pilani.ac.in) 5- सीएआईआर (सेंटर फॉर आर्टिफिशल इंटेलिजेंस ऐंड रोबोटिक्स), बेंगलुरु 6- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, मैसूर (www.nie.ac.in) 7- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, प्रयागराज (www.iiita.ac.in) 8- यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद (www.uohyd.ac.in) यह भी पढ़ें- पूजा खेडकर केस के बाद बदल गया सिस्टम, UPSC भर्ती परीक्षा में हुआ बड़ा बदलाव AI Engineer Salary: एआई इंजीनियर की सैलरी कितनी होती है? एआई इंजीनियर की डिमांड भारत के साथ ही विदेशों में भी है. आप एआई कोर्स करके अमेरिका, चीन, जापान आदि देशों में नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंजीनियर की शुरुआती सैलरी 50-60 हजार रुपये से 1 लाख रुपये प्रतिमाह तक होती है. भारत में एआई प्रोफेशनल्स बेंगलुरु, दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद में नौकरी कर सकते हैं. अनुभव बढ़ने के साथ आपकी सैलरी 10 लाख से 20 लाख सालाना तक हो सकती है. Tags: Artificial Intelligence, Career Tips, Job and careerFIRST PUBLISHED : December 23, 2024, 07:01 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed