यहां हिंदुओं के लिए मंदिर तैयार करते हैं मुस्लिम देते हैं मुहब्बत का पैगाम

Saharanpur wood work: सहारनपुर में तैयार होने वाले मंदिरों की डिमांड भारत देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी है. सहारनपुर में इन मंदिरों को अलग-अलग प्रकार की लकड़ियों से तैयार किया जाता है. सभी मंदिर ऑर्डर पर तैयार किए जाते हैं. मंदिर को सुंदर रूप देने के लिए नक्काशी की अहम भूमिका रहती है. सहारनपुर पहले से ही हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल रहा है.

यहां हिंदुओं के लिए मंदिर तैयार करते हैं मुस्लिम देते हैं मुहब्बत का पैगाम
सहारनपुर /अंकुर सैनी: सहारनपुर का नाम लकड़ी पर नक्काशी के लिए दुनियाभर में जाना जाता है. लेकिन लकड़ी की नक्काशी से लेकर यहां के कारीगर भाईचारे को भी संजोए हुए हैं. सहारनपुर में होने वाली लकड़ी पर नक्काशी कार्य में 90% लोग मुस्लिम समाज के हैं. मुस्लिम समाज के लोग मंदिर तैयार कर रहे हैं. सहारनपुर में तैयार होने वाले मंदिरों की डिमांड भारत देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी है. सहारनपुर में इन मंदिरों को अलग-अलग प्रकार की लकड़ियों से तैयार किया जाता है. सभी मंदिर ऑर्डर पर तैयार किए जाते हैं. मंदिर को सुंदर रूप देने के लिए नक्काशी की अहम भूमिका रहती है. सहारनपुर पहले से ही हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल रहा है. यहां पर हिंदुओं के त्यौहार पर मुस्लिम और मुसलमानों के त्यौहार पर हिंदू सहयोग करता है. मंदिरों को तैयार करने वाले कारीगरों का कहना है कि वह लगभग 15 से 20 सालों से हिंदुओं की आस्था के मंदिरों को बनाने का काम कर रहे हैं. और उनको यह काम करना काफी अच्छा लगता है. किस-किस लकड़ी से तैयार होते हैं मंदिर?  सहारनपुर के लकड़ी व्यापारियों का कहना है कि वह लगभग पिछले 20 साल से मंदिर बनाने का काम कर रहे हैं. उनके यहां से विदेशों तक मंदिर भेजे जाते हैं. शीशम, सागौन, नीम की लकड़ी के मंदिरों की काफी डिमांड है. मंदिरों को तैयार करने के बाद उन पर पॉलिश की जाती है. वही मंदिरों की कीमत की बात की जाए तो ₹500 से लेकर ₹50000 तक के मंदिर बनाए जाते हैं. व्यापारी मोहम्मद आरिफ का कहना है कि मुस्लिम की दुकान से हिंदू मंदिर खरीद रहे हैं यह एक मुहब्बत का पैगाम है. Tags: Local18, Saharanpur news, UP newsFIRST PUBLISHED : August 12, 2024, 08:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed