84 लाख की नौकरी छोड़ शुरू किया कपड़े धुलना बना दी 110 करोड़ की कंपनी
84 लाख की नौकरी छोड़ शुरू किया कपड़े धुलना बना दी 110 करोड़ की कंपनी
UClean Success Story : सपने और सफलता आदमी की हैसियत और पैसे नहीं, हौसला और जुनून देखते हैं. बिहार के एक गरीब परिवार में जन्में अनुराभ ने अपने हौसलों के दम पर एक सपना देखा और आज अपने जुनून के दम पर उसे पूरा कर दिखाया.
हाइलाइट्स अनुराभ का जन्म बिहार के भागलपुर में हुआ था. मुंबई आईआईटी से पढ़ाई कर कई जगह जॉब किया. साल 2017 में उन्होंने लॉन्ड्री कंपनी शुरू की थी.
नई दिल्ली. कहते हैं कि कामयाबी का जुनून हो तो रास्ते की मुश्किलें भी आसान लगती हैं. ऐसी ही सफलता की एक कहानी है बिहार के भागलपुर जिले के गरीब परिवार में जन्में अनुराभ सिन्हा की. परिवार के पास उनकी फीस भरने तक के पैसे नहीं थे, लेकिन यह मुश्किल उनके सफलता के जुनून को कम नहीं कर पाई. बिहार से निकलकर मुंबई तक जाकर पढ़ाई की और फिर लाखों रुपये की सैलरी वाली नौकरी भी मिल गई, लेकिन अनुराभ का रास्ता कुछ और ही था.
अनुराभ सिन्हा को आज सबसे तेज उभरते बिजनेस के मालिक के तौर पर याद किया जाता है. उन्होंने अपनी पत्नी गुंजन सिन्हा के साथ मिलकर कपड़े धोने का बिजनेस शुरू किया और उनकी कंपनी 110 करोड़ रुपये का मार्केट कैप हासिल कर चुकी है. सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के करीब आधा दर्जन देशों में उनका कारोबार फैला हुआ है. लेकिन, अनुराभ की सफलता इतनी आसान नहीं थी. आज जो चमक उनके कैरियर में है, वह मुश्किलों और जुनून की भट्टी में तपकर बनी है.
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आईआईटी से पढ़ाई और लाखों का पैकेज
अनुराभा सिन्हा अपने लक्ष्य को लेकर कितने सजग थे, इसकी बानगी उन्होंने शुरुआती पढ़ाई में ही पेश कर दिया था. जब वे 8वीं में पढ़ते थे, तभी से आईआईटी की तैयारी शुरू कर दी थी. आखिर उनका एडमिशन आईआईटी मुंबई में हुआ और यहां से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. हालांकि, उनकी फीस जमा करने के लिए परिवार के पास पैसे नहीं थे. जैसे-तैसे उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की और लाखों का पैकेज हासिल किया.
विदेश में की नौकरी
अनुराभ ने देश में लाखों का पैकेज हासिल करने के बाद नौकरी करने विदेश चले गए. साल 2015 में उनकी शादी गुंजन के साथ हो गई. इसके बाद उन्होंने अपना पहला वेंच फ्रैनग्लोबल (Franglobal) लांच किया और बाद में उसे एक फ्रेंचाइजी को बेच दिया और हॉस्पिटैलिटी यानी होटल इंडस्ट्री में काम करने चले गए. उन्होंने ट्राइबो होटल्स (Tribo Hotels) में जॉब शुरू की और उत्तर भारत के कई होटलों में काम किया. यहीं से उनके मन में खुद का बिजनेस करने की ललक उठी.
84 लाख छोड़ शुरू किया काम
अनुराभ ने अब खुद का बिजनेस करने की ठान ली थी. जिस समय उन्होंने नौकरी छोड़ी, सालाना पैकेज 84 लाख रुपये महीने था. सिन्हा कपल ने 20 लाख रुपये के निवेश से 2017 में लॉन्ड्री बिजनेस यूक्लीन (UClean) शुरू किया. आज यह कंपनी 110 करोड़ रुपये की बन चुकी है. इसके UClean ने अपना बिजनेस हैदराबाद और पुणे में फैलाया. Pune. आज देश के 104 शहरों में 350 से ज्यादा स्टोर हैं. इतना ही नहीं बांग्लादेश, नेपाल, अफ्रीका और मिडिल ईस्ट के कुछ देशों में भी उनका कारोबार फैल चुका है. उन्हें आईआईटी लॉन्ड्रीवाला भी कहा जाता है. उनका लॉन्ड्री भारत के बिजनेस इतिहास में सबसे तेजी से 200 फ्रेंचाइजी बनाने वाली कंपनी बन चुकी है.
Tags: Business news, Success Story, Successful business leadersFIRST PUBLISHED : July 15, 2024, 15:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed