NIT से BTech UPSC में हासिल की रैंक 90 फिर ऐसे बने IES से IFS Officer
NIT से BTech UPSC में हासिल की रैंक 90 फिर ऐसे बने IES से IFS Officer
UPSC IFS Success Story: अगर कुछ करने की ठान लो और दृढ़ इरादे के साथ उसी दिशा में मेहनत किया जाए, तो सफलता जरूरी मिलती है. ऐसी ही कहानी एक IFS Officer की है.
IFS Success Story: कहते हैं न कि अगर कुछ करने की ठान लो और उसी दिशा में मेहनत किया जाए, तो सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है. इस सफर में कई उतार-चढ़ाव आते हैं लेकिन अगर आपका इरादा दृढ़ है, तो आसमान की बुलंदियों तक पहुंच ही जाते हैं. कुछ ऐसी ही कहानी एक आईएफएस ऑफिसर की है, जो लगातार छह सालों तक असफल होते रहे हैं, लेकिन वह वर्ष 2022 में यूपीएससी की परीक्षा को पास करने में सफल रहे. उन्होंने इस परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 90 हासिल करके IFS Officer बन गए हैं. हम जिनकी बात कर रहे हैं, उनका नाम पवन गुप्ता है.
NIT से की बीटेक की पढ़ाई
IFS पवन गुप्ता ने वर्ष 2015 में UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी. लेकिन वह वर्ष 2022 की परीक्षा को पास करके IFS ऑफिसर बने हैं. वह मूल रूप से यूपी के आगरा जिले से ताल्लुक रखते हैं. पवन एक मामूली व्यवसायी परिवार से आते हैं. उन्होंने NIT दुर्गापुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. कॉलेज में पढ़ाई करने के दौरान वे UPSC परीक्षा पास करने के लिए इंस्पायर हुए. लेकिन आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने के लिए उन्होंने कार बनाने वाले कंपनी में काम भी किए.
IES पास करके रेलवे में किया काम
पवन कंपनी के लिए काम कर रहे थे, लेकिन उन्हें अभी भी अपने सपनों की नौकरी करनी थी. वर्ष 2015 और 2016 में वह काम और यूपीएससी परीक्षा देने के बीच संतुलन बनाने में सक्षम थे, लेकिन वह दोनों वर्षों में प्रीलिम्स परीक्षा में असफल रहे. वर्ष 2017 में पवन ने परीक्षा में फिर से प्रयास किया, लेकिन वह प्रीलिम्स दौर में ही असफल रहे. फिर उन्होंने वर्ष 2018 में सिविल सेवा परीक्षा (CSE) और IFS प्रीलिम्स परीक्षा दोनों को पास करने में सफल हो गए. उन्होंने इस बार एक साल की छुट्टी ली और एक बार फिर नौकरी के लिए आवेदन किया और वह भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (IES) में 17वीं रैंक हासिल की. इसके बाद वह पंजाब के कपूरथला में भारतीय रेलवे के लिए असिस्टेंट वर्क मैनेजर के तौर पर काम किया.
पवन ने वर्ष 2020 में फिर से CSE और IFS के इंटरव्यू पास करने की कोशिश की लेकिन वह सफल नहीं हो पाए. अपने IES ट्रेनिंग के कारण उन्होंने वर्ष 2021 में प्रयास करने से इनकार कर दिया. हर असफलता के बावजूद पवन ने खुद को आगे बढ़ाने का प्रयास जारी रखा. वह अंततः वर्ष 2022 में अपने लक्ष्य तक पहुंचे और उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 90 हासिल की.
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Tags: Success Story, UPSCFIRST PUBLISHED : September 15, 2024, 17:43 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed