मिल गया 2025 में मुनाफा देने वाला शेयर! विदेशी निवेशकों ने तो पैसे भी लगा दिए

2025 Top Stock : ब्रोकरेज फर्म और विदेशी निवेशकों ने कंपनियों के दिसंबर तिमाही के रिजल्‍ट आने से पहले ही पसंदीदा स्‍टॉक में निवेश शुरू कर दिया है. एफआईआई ने तो आईटी सेक्‍टर पर 1 अरब डॉलर से भी ज्‍यादा का दांव खेला है.

मिल गया 2025 में मुनाफा देने वाला शेयर! विदेशी निवेशकों ने तो पैसे भी लगा दिए
नई दिल्‍ली. साल 2024 के आखिर में विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार से ताबड़तोड़ निकासी शुरू कर दी थी, जिसका सिलसिला 2025 की शुरुआत में भी जारी रहा. लेकिन, इस बीच विदेशी संस्‍थागत निवेशकों (FIIs) ने ऐसे सेक्‍टर की पहचान भी कर ली है, जहां उन्‍हें बंपर रिटर्न की उम्‍मीद लग रही है. 9 जनवरी से कंपनियों के तिमाही रिजल्‍ट भी आने वाले हैं और FIIs का अंदाजा है कि इस बार आईटी कंपनियों को बंपर मुनाफा हो सकता है, जिसका फायदा शेयर बाजार में भी मिलेगा. यही कारण है कि FIIs ने आईटी सेक्‍टर की कंपनियों पर तगड़ा दांव खेला है. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) 9 जनवरी को अपने दिसंबर तिमाही के परिणामों की घोषणा करेगी. इससे पहले विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने अपने पोर्टफोलियो में आईटी शेयरों में $1 बिलियन (करीब 8,500 करोड़ रुपये) से अधिक का निवेश किया है. दिसंबर में FIIs द्वारा किए गए कुल निवेश 15,446 करोड़ रुपये में से लगभग दो-तिहाई (9,050 करोड़ रुपये) आईटी शेयरों में ही लगाया गया. तीसरी तिमाही के आंकड़े आईटी सेवाओं के निर्यातकों के लिए मिलेजुले हो सकते हैं, क्योंकि दिसंबर तिमाही आमतौर पर छुट्टियों के कारण कमजोर होती है. ये भी पढ़ें – ज्‍वैलर अब नहीं बेच सकेंगे नकली चांदी के जेवर! सरकार करने जा रही हॉलमार्किंग को अनिवार्य, क्‍या होगा फायदा? तेजी का बन रहा माहौल विदेशी निवेशकों ने ऐसे ही नहीं आईटी सेक्‍टर दांव लगाया है, उन्‍हें दिख रहा है कि जैसे ही हम 2025 में प्रवेश कर रहे हैं, मैक्रोइकोनॉमिक माहौल पिछले दो वर्षों की तुलना में काफी बेहतर स्थिति में है. फेडरल रिजर्व की ब्याज दर में कटौती की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. महंगाई भी नियंत्रण में दिखाई दे रही है और अमेरिकी की नई सरकार को व्यापार के अनुकूल माना जा रहा है. ऐसे में भारतीय आईटी सेवा क्षेत्र घरेलू निवेशकों के लिए अमेरिकी मौद्रिक और राजकोषीय राहत चक्र पर आधारित अच्छा विकल्प है. इसके अलावा डॉलर की मजबूती, इन्वेंट्री की पुन आपूर्ति और खुदरा उपभोक्ता-अनुकूल थीम भारतीय आईटी क्षेत्र को मदद करेंगी. ब्रोकरेज फर्म को भी उम्‍मीद जापानी ब्रोकरेज फर्म नोमुरा को उम्मीद है कि FY26 में राजस्व वृद्धि में सुधार होगा. ब्याज दरों में कटौती के चक्र की शुरुआत और नवंबर 2024 में अमेरिकी चुनावों के बाद अमेरिकी कंपनियों द्वारा निर्णय लेने में संभावित सुधार से मांग को बढ़ावा मिल सकता है. नोमुरा के विश्लेषक अभिषेक भंडारी ने कहा कि अगले 12-18 महीनों में जनरल एआई (GenAI) को अपनाने में तेजी आ सकती है, जिससे क्लाउड सेवाओं और डेटा मानकीकरण की मांग में सुधार हो सकता है. नोमुरा को उम्मीद है कि HCL टेक 3.5% के साथ राजस्‍व में सबसे ज्‍यादा वृद्धि करेगी. हालांकि, विप्रो का प्रदर्शन कमजोर रहने का अनुमान है. किन कंपनियों में तेजी का अनुमान घरेलू ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कहा है कि कोफोर्ज, पर्सिस्टेंट और एचसीएल टेक को बढ़त मिलनी चाहिए, जबकि टीसीएस, एलटीआईमाइंडट्री और एमफैसिस तिमाही रिजल्‍ट में निराश कर सकते हैं. कैलेंडर वर्ष 2024 में निफ्टी आईटी ने 22% रिटर्न दिया, जो निफ्टी के 9% के मुकाबले काफी अधिक है. ब्रोकरेज फर्म्स को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2026 में राजस्व वृद्धि वित्त वर्ष 2025 की तुलना में बेहतर होगी. मोतिलाल ओसवाल ने एलटीआईमाइंडट्री को पहली पसंद बताया है. मिड-टियर फर्मों में कोफोर्ज 5% सीसी तिमाही-दर-तिमाही राजस्व वृद्धि करेगा. नोमुरा की आईटी सेक्टर में शीर्ष पसंद इंफोसिस, विप्रो, कोफोर्ज और ईक्लर्क्स हैं. बीएनपी परिबास के लिए इंफोसिस पहली पसंद बना हुआ है. इसके बाद टीसीएस, एचसीएल टेक और एलटीआईमाइंडट्री हैं. Tags: Business news, Share market, Stock MarketsFIRST PUBLISHED : January 7, 2025, 13:00 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed