ट्रेन में साथ बैठे यात्री के पास है पालतू जानवर कर रहा परेशान तो ये करें आप

भारतीय रेलवे के निदेशक इनफार्मेशन एंड पब्लिसिटी शिवाजी मारुति सुतार बताते हैं कि रेल मैन्‍युअल के अनुसार यात्री को पालतू जानवर को अपने साथ ले कई तरीके हैं. लेकिन दूसरे को आपत्ति है तो हो हटाना होगा.

ट्रेन में साथ बैठे यात्री के पास है पालतू जानवर कर रहा परेशान तो ये करें आप
नई दिल्‍ली. ट्रेन में सफर के दौरान बार कई आपने देखा होगा कि कोई यात्री अपने साथ पालतू जानवर लेकर चढ़ता है. कई बार इसकी वजह से आसपास के यात्रियों को परेशानी होती है. लेकिन ज्‍यादातर यात्री यह सोचकर कुछ नहीं बोलते हैं कि रेलवे में नियम के अनुसार पालतू जानवर को साथ ले जाया जा सकता है. लेकिन ऐसा नहीं है. आप इसे कोच से बाहर तक करवा सकते हैं. इसके लिए क्‍या करना होता है और क्‍या है रेलवे के नियम जानें? जानें- भारतीय रेलवे के निदेशक इनफार्मेशन एंड पब्लिसिटी शिवाजी मारुति सुतार बताते हैं कि रेल मैन्‍युअल के अनुसार यात्री को पालतू जानवर को अपने साथ ले जाना है, तो उसके पास फर्स्‍ट एसी का कंफर्म टिकट होना चाहिए. इसके बाद पालतू पार्सल बुकिंग आफिस जाकर जानवर की स्लिप कटवानी होती है. इसके साथ कोच में ले जा सकते हैं. दूसरे यात्री को आपत्ति तो कोच से हटाना होगा वे बताते हैं कि आप फर्स्‍ट ऐसी में पालतू जानवर ले जा रहे हैं लेकिन आपके आसपास के यात्रियों को आपत्ति नहीं होनी चाहिए. अगर उसे परेशानी है तो आपको जानवर को गार्ड रूम ले जाना होगा. वहां पर एक बाक्‍स होता है, जिसमें उसे बंद करना होगा. फर्स्‍ट एसी में दोनों बर्थ का कूपे लें और साथ ले जाएं अगर आप साथ ले जाना चाह रहे हैं तो फर्स्‍ट ऐसी के दोनों बर्थ का कूपे बुक कराएं. इसके बाद कूपे में ले जा सकते हैं. इसमें किसी को आपत्ति होने की संभावना नहीं है. लेकिन इस बात का ध्‍यान रखना होगा कि आपको पार्सल आफिस से पालतू जानवर के लिए स्लिप जरूर कटवानी होती है यह भी तरीका जान लें अगर यात्री थर्ड एसी, सेकेंड एसी या स्‍लीपर से सफर कर रहा है, तो संबंधित श्रेणी का कंफर्म टिकट होना चाहिए. यात्रा वाले दिन ट्रेन के चलने से पहले पहुंचना होता है और पार्सल कार्यालय जाकर पालतू जानवर को ट्रेन से ले जाने की स्लिप कटवानी होती है. इसमें ट्रेन नंबर, यात्रा शुरू होने और खत्‍म होने की डिटेल्स दर्ज होंगी. इसके बाद गार्ड के पास जाकर स्लिप दिखाएं. गार्ड के कोच में पिंजरेनुमा डॉग बाक्‍स होता है. इस बाक्‍स में पालतू जानवर को बंद कर दिया जाता है. इसके बाद यात्री अपनी सीट पर जाकर यात्रा कर सकते हैं और बीच-बीच में ट्रेन रुकने पर पालतू जानवर के पास जा सकते हैं. Tags: Indian railway, Indian Railway newsFIRST PUBLISHED : July 16, 2024, 16:01 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed