ये है देश की सबसे तेज दौड़ने वाली ट्रेन रफ्तार के आगे चीता भी पानी मांगेगा

क्‍या आपको पता है, सबसे तेज दौड़ने वाली ट्रेन कौन सी है. इसकी रफ्तार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सबसे तेज दौड़ने वाला जानवर चीता भी इसके आगे पानी मांगेगा.

ये है देश की सबसे तेज दौड़ने वाली ट्रेन रफ्तार के आगे चीता भी पानी मांगेगा
नई दिल्‍ली. मौजूदा समय देश में कई श्रेणियों की प्रीमियम ट्रेनों का संचालन हो रहा है. इसमें राजधानी, शताब्‍दी, तेजस, दूरंतो से लेकर वंदेभारत तक शामिल हैं, लेकिन क्‍या आपको पता है, सबसे तेज दौड़ने वाली ट्रेन कौन सी है. इसकी रफ्तार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सबसे तेज दौड़ने वाला जानवर चीता भी इसके आगे पानी मांगेगा. आप भी इस ट्रेन से सफर कर रफ्तार का आनंद उठा सकते हैं. चीते की स्‍पीड प्रति घंटे 130 किमी. की होती है और यह ट्रेन 160 किमी. प्रति घंटे से की रफ्तार से दौड़ती है. इस ट्रेन को सेमी बुलेट ट्रेन के नाम से जाना जाता है. जो ट्रेन यात्रियों को खूब पसंद आ रही है. करीब पांच साल पहले शुरू हुई इस श्रेणी ट्रेन आज देश भर के कुल 284 जिलों को कनेक्‍ट कर रही है. जी हां, यह ट्रेन वंदेभारत एक्‍सप्रेस है, जो रफ्तार के मामले में सभी प्रीमियम ट्रेनों को पीछे छोड़ चुकी है. माता वैष्‍णो देवी के दर्शन के बाद ट्रेन से सीधे जा सकेंगे श्रीनगर, यहां से मिलेगी ट्रेन, जानें रूट रेलवे नेटवर्क के 100 रूटों पर कुल 102 ट्रेनें अपनी सेवाएं दे रही हैं. इसमें अब स्‍लीपर और मेट्रो वंदेभारत भी जल्‍द ट्रैक पर उतरने को तैयार है. यह ट्रेन चीते की रफ्तार से भी तेज भागती है. पूर्वोत्‍तर के कुछेक राज्‍यों छोड़कर सभी जगह इसका संचालन हो रहा है. यात्रियों की पसंदीदा ट्रेन बनती जा रही है. ये खूबियां वंदे भारत को बनाती हैं खास वंदे भारत एक्सप्रेस के सभी डिब्‍बों में स्‍वचालित दरवाजे, जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली, वाई-फाई सेवा तथा आरामदायक सीटें लगाई गई हैं. एक्जीक्यूटिव कोच में 180 डिग्री घूमने वाली सीटों की अतिरिक्त सुविधा है. सभी डिब्‍बों में गर्मा-गर्म खाना और शीतल पेय परोसने के लिए पैन्ट्री सुविधा उपलब्‍ध है. इसके अलावा शौचालय बायो-वैक्‍यूम प्रणाली से बने हैं. 160 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति, सुरक्षा और सुविधा इस गाड़ी की पहचान है. ट्रेन के बाथरूम से निकल रहा था धुआं, शक होने पर टीटी ने खटखटाया, गेट खुला तो अंदर का दृश्‍य देख हैरान रह गया कार्बन फुटप्रिंट रोकने के लिए वंदे भारत ट्रेन में री-जेनरेटिव ब्रेक प्रणाली लगाई गई है, जिससे 30 प्रतिशत इलेक्ट्रिक ऊर्जा की बचत होती है. वंदे भारत एक्सप्रेस के कोच साउंड प्रूफ बनाए गए हैं. इनमें बाहर का शोर-शराबा सुनाई नहीं देता है. Tags: Indian railway, Vande bharat train, Vande Bharat TrainsFIRST PUBLISHED : May 8, 2024, 10:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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