रिडेवलप-स्टेशनों में बिजवासन चंडीगढ़समेत पांच से इस वर्ष चलेंगी ट्रेनें
रिडेवलप-स्टेशनों में बिजवासन चंडीगढ़समेत पांच से इस वर्ष चलेंगी ट्रेनें
भारतीय रेलवे अमृत भारत रेलवे स्टेशन के तहत रेलवे स्टेशनों को रिडेवलप कर रहा है. इन स्टेशनों का डिजाइन स्थानीय संस्कृति और विरासत समेटे हुए होगा. इनमें पांच प्रमुख स्टेशन कौन-कौन से होंगे? जानें
नई दिल्ली. भारतीय रेलवे देश में 1000 से अधिक स्टेशनों को रिडेवलप कर रहा है. दो चरणों में शुरू हुए निर्माण कार्य में कई स्टेशनों से इस वर्ष ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा. इन स्टेशनों का डिजाइन स्थानीय संस्कृति और विरासत समेटे हुए होगा. इनमें पांच प्रमुख स्टेशन कौन-कौन से होंगे, देखें इनमें आपका स्टेशन भी शामिल हैं क्या?
भारतीय रेलवे अमृत भारत रेलवे स्टेशन के तहत रेलवे स्टेशनों को रिडेवलप कर रहा है. इनमें रूफ प्लाजा, इंटर मॉडल कनेक्टिविटी, बच्चों के खेलने का स्थान, कियोस्क, लिफ्ट, वेटिंग रूम, फूड कोर्ट आदि शामिल हैं. साथ ही, इन्हें पर्यावरण और दिव्यांगों के अनुकूल बनाया जाएगा.
ये होंगे पांच प्रमुख स्टेशन
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सफदरजंग स्टेशन- यह देश का ऐसा स्टेशन होगा जो ट्रेनों की आवाजाही के साथ बिजनेस हब भी बनेगा. यहां पर 41361 वर्ग मीटर आफिस एरिया विकसित किया जाएगा. इस एरिया में करीब 2200 कमरे होंगे. यहां आफिस आने वाले कर्मचारियों प्लेटफार्म से उतरकर सीधे आफिस पहुंच सकेंगे. उन्हें आवागमन के लिए निजी वाहन, मेट्रो या बस का सफर नहीं करना पड़ेगा. लोकल ट्रेन पकड़कर सीधा आफिस पहुंच सकेंगे. यानी समय और पैसा दोनों की बचत होगी.
बिजवासन स्टेशन- यह स्टेशन नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, निजामुद्दीन और आनंद विहार के बाद पांचवां सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन बनेगा. इस स्टेशन की खासियत यह होगी कि स्टेशन से मेट्रो या पार्किंग स्काई वे बनेंगे, जिससे यात्री सीधा स्टेशन पहुंच सकेंगे. लोवर ग्राउंड, ग्राउंड और एयर कॉनकोर्स मिलाकर पूरास स्टेशन करीब 30000 वर्ग मीटर विकसित किया जा रहा है. रूप प्लाजा एरिया 11000 वर्ग मीटर के करीब होगा. चार सबवे 12 मीटर चौड़े बनेंगे.
चंडीगढ़ स्टेशन- यह देश का पहला माड्यूलर रेलवे स्टेश बन रहा है. इसका स्ट्रक्चर फैक्ट्रियों में तैयार किया जा रहा है और स्टेशन पर लाकर एसेंबल किया जा रहा है. इस स्टेशन का काफी काम हो चुका है. यह स्टेशन भविष्य के स्टेशनों के लिए मॉडल के रूप में तैयार होगा.
जालंधर स्टेशन- यहां नई इमारत में सेकेंड एंट्री सूर्या इंक्लेव की ओर बनाई जा रही है. इस वजह से लोग सूर्या एनक्लेव के रास्ते सीधा नेशनल हाईवे पर जा सकेंगे और ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी. इस प्रोजेक्ट की 600 करोड़ रुपए अनुमानित कीमत आएगी.
पुरी स्टेशन- इसका डिजाइन कलिंग वास्तुकला के अनुसार किया जा रहा है. कलिंग वास्तुकला ईसा पूर्व चौथी शताब्दी से जुड़ी है. वास्तुकला की कलिंग शैली का जीवंत उदाहरण जगन्नाथ मंदिर भी है. रेलवे स्टेशन की खासियत होगी कि बाहरी हिस्सा मंदिर को प्रतिबिंबित करेगा.
Tags: Indian railway, Indian Railway newsFIRST PUBLISHED : May 14, 2024, 09:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed