अडानी के लिए केन्‍या के बाद श्रीलंका से आई बुरी खबर! डूब सकते हैं हजारों करोड़

Gautam Adani : अडानी समूह के लिए देश के बाहर कारोबार फैलाना मुश्किल हो रहा है. पहले केन्‍या में उनके प्रोजेक्‍ट पर अड़ंगा लगा और अब श्रीलंका से भी एक प्रोजेक्‍ट को रोके जाने का खतरा मंडराने लगा है. हालांकि, इस बीच उन्‍हें महाराष्‍ट्र से एक बड़ा ठेका हासिल हुआ है.

अडानी के लिए केन्‍या के बाद श्रीलंका से आई बुरी खबर! डूब सकते हैं हजारों करोड़
हाइलाइट्स गौतम अडानी की कंपनी श्रीलंका में पवन ऊर्जा प्रोजेक्‍ट लगा रही है. श्रीलंका में राष्‍ट्रपति पद के उम्‍मीदवार ने इसे बंद कराने को कहा है. इस प्रोजेक्‍ट में गौतम अडानी के करीब 3700 करोड़ रुपये लगे हैं. नई दिल्‍ली. भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी की मुश्किलें खत्‍म होने का नाम नहीं ले रहीं. पहले हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने खूब परेशान किया, फिर केन्‍या के सबसे बड़े एयरपोर्ट का ठेका अटक गया और अब पड़ोसी देश श्रीलंका से चिंता में डालने वाली खबर आ रही है. जहां अडानी का हजारों करोड़ रुपया दांव पर लगा है. श्रीलंका के मार्क्सवादी जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) पार्टी ने सोमवार को वादा किया कि अगर वह सप्ताहांत में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में जीत जाती है तो श्रीलंका में अडानी समूह की पवन ऊर्जा परियोजना को रद्द कर देगी. जेवीपी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके ने एक राजनीतिक वार्ता कार्यक्रम में कहा कि वे इस परियोजना को रद्द कर देंगे. वह नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) मोर्चे से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं. यह पूछने पर कि क्या यह परियोजना श्रीलंका के ऊर्जा क्षेत्र की संप्रभुता के लिए खतरा है, दिसानायके ने कहा, हां. हम इसे निश्चित रूप से रद्द करेंगे, क्योंकि यह हमारी ऊर्जा संप्रभुता को खतरा पहुंचाता है. ये भी पढ़ें – छठ पर इस साल लोग कैसे जाएंगे घर, ट्रेन में मिल जाएगा टिकट? jharkhabar.com इंडिया चौपाल में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने क्या बताया भारत विरोधी रहे हैं जेवीपी आपको बता दें कि जेवीपी ने भारत-श्रीलंका शांति समझौते के माध्यम से श्रीलंका के गृह युद्ध में भारत के प्रत्यक्ष हस्तक्षेप के बाद खूनी भारत विरोधी विद्रोह का नेतृत्व किया था. पार्टी को 21 सितंबर को होने वाले चुनाव से पहले अनौपचारिक चुनावों में बढ़त मिलती दिख रही है. ऐसे में आशंका बढ़ गई है कि अगर श्रीलंका में वाम विचारधारा का नेता शीर्ष पद पर बैठता है तो इससे भारत के लिए भी चिंताएं बढ़ सकती हैं. कितना पैसा लगाया अडानी ने अदाणी समूह इस क्षेत्र में 484 मेगावाट पवन ऊर्जा के विकास के लिए 20 साल के समझौते में 44 करोड़ अमेरिकी डॉलर (करीब 3700 करोड़ रुपये) से अधिक का निवेश करने वाला है. हालांकि, समूह के इस परियोजना से जुड़े मुकदमों का सामना भी करना पड़ रहा है. ऐसे में सरकार बदलने पर इस परियोजना के खटाई में पड़ने का खतरा भी पैदा हो गया है. देश में मारा बड़ा दांव अडानी समूह के लिए देश के बाहर भले ही मुश्किलें पैदा हो रही हैं, लेकिन देश में लगातार बड़े प्रोजेक्‍ट मिल रहे हैं. हाल में ही महाराष्ट्र में लंबी अवधि के लिए 6,600 मेगावाट की नवीकरणीय और ताप बिजली आपूर्ति का ठेका मिला है. इसके बाद अडानी पावर के शेयरों में लगभग आठ प्रतिशत का उछाल दिख रहा. अदाणी ग्रीन एनर्जी का शेयर भी बीएसई पर 7.39 प्रतिशत बढ़कर 1,920 रुपये पर पहुंच गया है. Tags: Adani Group, Business news, Gautam AdaniFIRST PUBLISHED : September 16, 2024, 14:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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