मानसून में खत्‍म होगा 16 महीने का सूखा! मकान-गाड़ी खरीदने वाले कर लें इंतजार

RBI Rate Cut : मकान खरीदना है या फिर नई गाड़ी लेने का प्‍लान बना रहे हैं. अगर आप थोड़ा इंतजार कर लेते हैं तो इसका मीठा फल मिलने की पूरी उम्‍मीद है. माना जा रहा है कि मानसून में होने वाली रिजर्व बैंक की बैठक में 16 महीने का सूखा समाप्‍त हो सकता है.

मानसून में खत्‍म होगा 16 महीने का सूखा! मकान-गाड़ी खरीदने वाले कर लें इंतजार
हाइलाइट्स रिजर्व बैंक का रेपो रेट 6.5 फीसदी पर बरकरार है. रेपो रेट पर बैंक अपने लोन की ब्‍याज दरें तय करते हैं. इसमें कटौती पर सभी खुदरा लोन भी सस्‍ते हो जाते हैं. नई दिल्‍ली. आपका प्‍लान भी मकान, दुकान या वाहन खरीदने का है तो थोड़ा इंतजार करने से मीठा फल मिल सकता है. कयास हैं कि रिजर्व बैंक मानसून में करोड़ों लोगों पर राहतों की बारिश करेगा और 16 महीने से जारी सूखा खत्‍म हो सकता है. विश्‍लेषकों का कहना है कि इस बार यह कयास हवा में नहीं लगाया जा रहा, बल्कि कई बड़ी और ठोस वजहें हैं. रिजर्व बैंक की अगली बैठक अगस्‍त में होने वाली है और यह कई मायनों में बेहद खास होगी. दरअसल, रिजर्व बैंक ने पिछली 8 बैठकों में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. हर बैठक 2 महीने के अंतराल पर होती है. इस लिहाज से बीते से 16 महीने से रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ. आज भी रिजर्व बैंक का रेपो रेट 6.5 फीसदी पर बरकरार है. रेपो रेट वह दर होती है, जिसके आधार पर बैंक अपने लोन की ब्‍याज दरें तय करते हैं. इसमें कटौती होने पर सभी तरह के खुदरा लोन भी सस्‍ते हो जाते हैं और ईएमआई घट जाती है. ये भी पढ़ें – नरेंद्र मोदी के बाद अब निर्मला सीतारमण ने बनाया खास रिकॉर्ड, JNU से की हैं पढ़ाई, जानें उनका अब तक का सफर क्‍यों मजबूत हैं कयास रिजर्व बैंक के हाथों को सबसे ज्‍यादा महंगाई ने थाम रखा है. महंगाई काबू में आते ही आरबीआई के हाथ भी खुल जाते हैं. खासकर खाने-पीने की चीजों की महंगाई दर अभी 5 फीसदी से नीचे चल रही है और आने वाले समय में यह 4 फीसदी के आसपास रहने का अनुमान है. बुनियादी चीजों की महंगाई दर भी 11 महीने में 2 फीसदी नीचे आ चुकी है. सब्जियों की कीमतें भी अभी काबू में हैं और आरबीआई ने 2024-25 के लिए खुदरा महंगाई की वृद्धि दर 4.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. मजबूत आर्थिक आंकड़ों ने दिया भरोसा सिर्फ महंगाई नहीं, देश की मजबूत विकास दर भी ब्‍याज दरों में कटौती का आधार तैयार कर रही है. वित्‍तवर्ष 2023-24 में भारत की विकास दर 8.2 फीसदी रही है. इतना ही नहीं औद्योगिक क्षेत्र की ग्रोथ भी अप्रैल में मजबूत हुई. इसके अलावा जीएसटी कलेक्‍शन हो या विनिर्माण क्षेत्र की ग्रोथ हर जगह तेज वृद्धि दिख रही है. भारत का सर्विस सेक्‍टर भी मजबूत बना हुआ है. मानसून दे सकता है सुकून भारतीय मौसम विभाग ने इस बार खरीफ की फसल की पैदावार बढ़ने का अनुमान लगाया है. मौसम विभाग को भरोसा है कि इस बार मानसून अच्‍छा रहेगा और पैदावार अच्‍छी होने से ग्रामीण क्षेत्र की खपत भी बढ़ जाएगी. यही कारण है कि आरबीआई ने चालू वित्‍तवर्ष का विकास दर अनुमान भी 7 फीसदी से बढ़ाकर 7.2 फीसदी कर दिया है. Tags: Bank Loan, Business news, Car loan, Home loan EMI, Interest Rates, Reserve bank of indiaFIRST PUBLISHED : June 10, 2024, 12:10 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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