बच्चों का सामान बेचने वाली कंपनी ला रही देश का सबसे बड़ा IPO
बच्चों का सामान बेचने वाली कंपनी ला रही देश का सबसे बड़ा IPO
Firstcry Ipo : बच्चों के सामान जैसे कपड़े, जूते और खिलौने बेचने वाली कंपनी देश का सबसे बड़ा आईपीओ लाने की तैयारी में हैं. कंपनी की तैयारी इसी सप्ताह आईपीओ को उतारने और 15 अगस्त तक सब्सक्रिप्शन बंद करने की है.
हाइलाइट्स कंपनी की तैयारी 3.5 अरब डॉलर का आईपीओ उतारने की है. ह्यूंडई ने करीब 27 हजार करोड़ का आईपीओ लाने को कहा है. अभी तक सबसे बड़ा आईपीओ एलआईसी का 21 हजार करोड़ है.
नई दिल्ली. बड़ी-बड़ी कंपनियां प्लान ही बनाती रह गईं और बच्चों के सामान बेचने वाली कंपनी ने बड़ा दांव खेल दिया. इस कंपनी ने देश का सबसे बड़ा आईपीओ (IPO) लाने का ऐलान किया है. कयास लगाए जा रहे कि यह आईपीओ स्वतंत्रता दिवस से पहले ही बाजार में आकर समाप्त भी हो जाएगा. आईपीओ का आकार अब तक लांच हुए सबसे बड़े आईपीओ एलआईसी और पेटीएम से भी कहीं ज्यादा बड़ा होगा.
इकनॉमिक टाइम्स के अनुसार, बच्चों के सामान बेचने वाली कंपनी फर्स्टक्राई (FirstCry) इसी सप्ताह अपना आरएचपी सेबी के पास जमा कर सकती है. कंपनी की तैयारी 3.5 अरब डॉलर (करीब 29 हजार करोड़ रुपये ) का आईपीओ उतारने की है. इससे पहले दक्षिण कोरियाई कार निर्माता कंपनी ह्यूंडई ने करीब 27 हजार करोड़ रुपये का आईपीओ लाने की बात कही थी. फिलहाल भारतीय पूंजी बाजार का सबसे बड़ा आईपीओ एलआईसी का (21 हजार करोड़) रुपये और पेटीएम का करीब 18 हजार करोड़ रुपये का रहा है.
ये भी पढ़ें – बाबू ने दी 500 रुपये वाले नोटों की कई गड्डियां, लगी थी बैंक की सील, खोलकर देखा तो आ गया पसीना
कंपनी ने जुटाया मोटा फंड
फर्स्टक्राई यह आईपीओ 21.7 करोड़ डॉलर (करीब 1,816 करोड़ रुपये) के शुरुआती फंड निवेश पर लाने के लिए ड्राफ्ट पेपर फाइल किया है. इसके अलावा कंपनी 5.4 करोड़ रुपये ऑफर फॉर सेल के जरिये भी बाजार में उतारेगी. आपको बता दें कि हाल में हुई प्राइवेट फंडिंग में कंपनी का वैल्यूएशन 2.8 अरब डॉलर बताया गया था.
कब होगा शुरू और कब बंद
रिपोर्ट में शामिल सूत्रों का कहना है कि फर्स्टक्राई अपना आईपीओ इसी सप्ताह लांच कर सकती है और इसे 15 अगस्त से पहले-पहले बंद किया जा सकता है. गौरतलब है कि कंपनी ने बीते 29 अप्रैल को बाजार नियामक सेबी के पास अपना ड्राफ्ट पेपर जमा किया था, लेकिन नियामक ने इसमें और डिटेल मांगी थी. कंपनी को 31 दिसंबर, 2023 तक 9 महीने में ही 4,814 करोड़ का राजस्व मिला था, बकि 278 करोड़ का घाटा था. 31 मार्च को वित्त वर्ष की समाप्ति तक कंपनी ने अपना राजस्व 5,633 करोड़ और घाटा 486 करोड़ रुपये बताया था. कंपनी की 75 फीसदी बिक्री ऑनलाइन माध्यम से होती है.
Tags: Business news, IPO, Share marketFIRST PUBLISHED : July 29, 2024, 18:12 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed