इंडस्ट्री ने बिहार में रफ्तार क्या पकड़ी बीते 3 साल में ही खुल गए निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों के इतने नए बैंक
इंडस्ट्री ने बिहार में रफ्तार क्या पकड़ी बीते 3 साल में ही खुल गए निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों के इतने नए बैंक
पिछले तीन सालों में बिहार (Bihar) में बैंकिंग क्षेत्र (Banking Sectors) में जबरदस्त परिवर्तन आया है. आरबीआई (RBI) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक पिछले तीन सालों में बिहार में विभिन्न बैंकों की 381 नए ब्रांच खुले हैं. इनमें निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों के बैंक ((Private and Nationalised Banks) शामिल हैं. बीते मंगलवार को ही बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने इस बात की जानकारी अपने सोशल अकाउंट के जरिए दी है.
नई दिल्ली. देश में मोदी सरकार (Modi Government) आने के बाद बैंकिंग व्यवस्था (Banking System) में आमूलचूल परिवर्तन देखने को मिल रहा है. खासकर बिहार (Bihar), यूपी (UP), मध्य प्रदेश और एमपी (MP) जैसे राज्यों में शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी बैंकों की नई-नई शाखाएं खुलने (Branches of New banks) लगी हैं. अगर बिहार की बात करें तो पिछले तीन सालों में बिहार में बैंकिंग क्षेत्र में जबरदस्त परिवर्तन आया है. आरबीआई के ताजा आंकड़ों के मुताबिक पिछले तीन सालों में बिहार में विभिन्न बैंकों की 381 नए ब्रांच खुले हैं. इनमें निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों के बैंक शामिल हैं. बीते मंगलवार को ही बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने इस बात की जानकारी अपने सोशल अकाउंट के जरिए दी है.
बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से सवाल किया था कि पिछले तीन सालों में बिहार में विभिन्न बैकों की कितनी शाखाएं खोली गई हैं? इस पर वित्त मंत्रालय ने जवाब दिया है कि वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान बिहार में 160, वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 135 और वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 86 निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंक खुले हैं. तीनों वित्त वर्ष को मिला दें तो बिहार में 381 नए ब्रांच बैंकों के खुले हैं. पिछले तीन सालों में बिहार में बैंकिंग क्षेत्र में जबरदस्त परिवर्तन आया है. (फाइल फोटो)
बिहार में निजी बैंकों की शाखाएं भी खुल रही हैं
इन तीन सालों में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और उसके सहयोगी बैंकों की 36 शाखाएं बिहार के विभिन्न जिलों के शहरी और ग्रामीण इलाकों में खुले हैं. इसके साथ ही बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब नेशनल बैंक सहित कई सरकारी बैंकों ने अपने ब्रांच खोले हैं.
इस निजी बैंक की शाखाएं सबसे ज्यादा खुली है
अगर बात निजी बैंक की करें तो बंधन बैंक ने पिछले तीन सालों में बिहार में सबसे ज्यादा ब्रांच खोले हैं. बंधन बैंक ने साल 2019-20 में 82, साल 2020-21 में 75 और साल 2021-22 वित्त वर्ष के दौरान 9 बैंक यानी कुल 166 बैंक खोले हैं. आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और यस बैंक सहित कई और निजी क्षेत्रों ने भी अपनी-अपनी शाखाएं खोली हैं. 2021 में बैंकों की शाखाओं का 4.9 फीसदी शाखाएं बिहार में थी.
मोदी सरकार की नई नीति के बाद क्रांति आई है
इस साल फरवरी महीने में बिहार का बजट पेश करते हुए राज्य के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में विभिन्न बैंकों की 270 नए ब्रांच खुलने की बात कही थी. इनमें निजी क्षेत्र के बैंकों की संख्या 92 थी. भारतीय स्टेट बैंक की सबसे अधिक 115 शाखाएं खोली गईं थीं. आपको बता दें कि सबसे अधिक 117 शहरी इलाकों में बैंक ब्रांच खुले और ग्रामीण क्षेत्रों में 59, कस्बों में 63 और बड़े शहरों में 31 शाखाएं खुली थीं.
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व्यावसायिक बैंकों की शाखाओं के मामले में बिहार देश में 8वें पोजीशन पर है. 2021 में बैंकों की शाखाओं का 4.9 फीसदी शाखाएं बिहार में थी. बिहार से अधिक गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, यूपी और बंगाल में बैंकों की शाखाएं हैं.
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Tags: Banking Sector, Banking sector reforms, Bihar News, Industries, Sbi, Sushil kumar modiFIRST PUBLISHED : August 04, 2022, 11:11 IST