बीजेपी-संघ में दूरी की लग रही थी अटकलें इधर RSS ने कर दिया बड़ा खेल

संघ बीजेपी के लिए उपयोगी है या नहीं, इस पर पिछले लोकसभा चुनाव के बाद अटकलों और चर्चा का दौर जारी है. उधर, संघ ने अपनी शाखाओं और सेवा कार्यों के माध्यम से केरल की जमीन को बीजेपी के लिए उपजाऊ बनाने का रास्ता तैयार कर दिया है.

बीजेपी-संघ में दूरी की लग रही थी अटकलें इधर RSS ने कर दिया बड़ा खेल
31 अगस्त से केरल के पालक्कड़ में आरएसएस की तीन दिवसीय समन्वय बैठक हुई, जो 2 सितंबर को खत्म हो गई. इस बैठक में संघ से जुड़े बड़े 32 संगठनों ने हिस्सा लिया. कई सारे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विषय पर चर्चा हुई. लेकिन जिस तरह से 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद बैठक की जगह केरल को चुना गया, उसके कई सारे मतलब निकलते हैं. सबसे महत्वपूर्ण हो जाता है कि क्या केरल में सामाजिक और राजनीतिक रूप से तीसरा विकल्प तैयार हो चुका है. संघ परिवार की यह बैठक केरल के पालक्कड़ जिले में हुई. पालक्कड़ वही जिला है जहां बीजेपी ने 2022 में म्यूनिसिपल चुनाव जीता जो कि अपने आप में एतिहासिक जीत थी. क्योंकि पूरे केरल में एक मात्र जगह है, जहां बीजेपी किसी नगर पालिका में सत्ता में आई. पालक्कड़ नगर परिषद की चेयरपर्सन प्रमिला शशिधरन के मुताबिक पहली बार ऐतिहासिक जीत का श्रेय किसी को जाता है तो वो संघ के स्वयंसेवकों और प्रचारकों को जाता है. पालक्कड़ में संघ का काम बेहद मजबूत है. वहीं दूसरी बार काउंसलर का चुनाव बीजेपी से जीते अच्युतानंदन एसपी बताते हैं कि बीजेपी की नगर परिषद में आने की कई सारी वजह रही. लेकिन सबसे महत्वपूर्ण, जिस तरह से संघ का काम केरल के गांव-गांव में फैला है और जिस तरह से सेवाभाव से संघ सामाजिक परिवर्तन की दिशा में काम कर रहा है, उससे हिंदुत्व की भावना और राष्ट्रवाद की भावना का विकास हो रहा है. जान‍िए क्‍या कर रहा आरएसएस पालक्कड़ में संघ अनाथालय और ब्लाइंड लोगों के लिए रिहैबिलिटेशन सेंटर चला रहा है, जिसमें सरकार से कोई मदद नहीं ली जा रही है बल्कि आम लोगों की मदद से इन सेंटर्स को चलाया जा रहा है. केवल पालक्कड़ नगर परिषद ही नहीं बल्कि इस बार पालक्कड़ से सटे त्रिशूर लोकसभा में भी बीजेपी ने जीत दर्ज की है, जो केरल के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की पहली जीत है. यही कारण है कि यहां से चुनाव जीते सुरेश गोपी को मोदी मंत्रीमंडल में भी जगह मिली. लाखों लोगों को मिला योजनाओं का लाभ संघ की मजबूती के कारण ही बीजेपी ने इस बार केरल में सबसे बेहतर वोट प्रतिशत हासिल किया है. इसकी दूसरी बड़ी वजह केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थी भी हैं. केरल में 2.33 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिला है. 2 लाख प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर बने हैं. 3.5 लाख उज्‍ज्‍वला योजना के लाभार्थी हैं. 28 लाख परिवारों को आयुष्मान योजना का लाभ मिला है. 1 लाख लोगों को हर घर नल योजना से पानी का कनेक्शन मिला है. इसके अलावा 1020 किलोमीटर के नेशनल हाइवे की सौगात मिली है. बीजेपी बनेगी तीसरा विकल्‍प इसी तरह से ढेरों योजनाओं का लाभ केरल में केंद्र सरकार के द्वारा आम लोगों को दिया गया है. वहीं संघ भी 5 हजार से ज्यादा शाखाओं के साथ गांव-गांव में पहुंच गया है, जो कि बड़े स्तर पर सामजिक परिवर्तन के कार्य कर रहा है. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि केरल में अब तीसरा और मजबूत विकल्प सामजिक और राजनीतिक तौर पर आरएसएस के माध्यम से बीजेपी बनती हुई नजर आ रही है. Tags: BJP, RSS chiefFIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 21:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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