बैंगन की खेती किसानों को बना रही है मालामाल इस वैरायटी से हो रही बंपर कमाई

Vegetable Farming: सहारनपुर के किसान गोल बैंगन की खेती छोड़कर लंबे बैंगन की खेती करना पसंद कर रहे हैं. किसानों ने बताया कि लंबे बैंगन में बारिश के समय कीड़े भी नहीं पड़ते हैं. इसके साथ ही मंडियों में लंबे बैंगन की अधिक मांग है. वह बैंगन की खेती से बंपर कमाई कर रहे हैं.

बैंगन की खेती किसानों को बना रही है मालामाल इस वैरायटी से हो रही बंपर कमाई
सहारनपुरः यूपी का सहारनपुर जिला यूं तो सब्जी की खेती करने के लिए काफी मशहूर है, लेकिन सहारनपुर में इन दिनों किसान गोल बैंगन की खेती को छोड़ लंबे बैंगन की खेती करना पसंद कर रहे हैं. वहीं, लंबे बैंगन की खेती यहां के किसान अधिक कर रहे हैं. इसलिए यहां के किसान लंबे बैंगन की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. बता दें कि लंबे बैंगन की मार्केट में अच्छी डिमांड है. वहींं, लंबे बैंगन की खेती में खर्च भी कम आता है और उपज ज्यादा होती है. किसान ने लंबे बैंगन को लेकर बताया किसान रवि सैनी ने बताया कि वह पहले गोल बैंगन की खेती किया करते थे, लेकिन पिछले 8 से 10 सालों से वह लंबे बैंगन की खेती कर रहे हैं. वह लंबे बैंगन की खेती में देसी खाद का इस्तेमाल करते हैं. साथ ही बरसात के मौसम में इस बैंगन में कीड़ा भी नहीं लगता है. लंबे बैंगन की पैदावार भी गोल बैंगन से काफी अधिक होती है. लंबे बैंगन की सब्जी भी काफी स्वादिष्ट बनती है. ग्राम खंडलाना के अधिकतर किसान गोल बैंगन की खेती छोड़कर अब लंबे बैंगन की खेती कर रहे हैं. लंबे बैंगन की मंडियों में है डिमांड किसान रवि सैनी ने बताया कि गोल बैंगन के मुकाबले लंबे बैंगन की डिमांड हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश सहित दिल्ली तक है. 4 दिन छोड़कर 5वे दिन बैंगन की तुड़ाई होती है. किसान रवि सैनी ने 15 बीघे खेत में साढ़े 7 हजार पेड़ लगाए हुए हैं. एक बार में 200 से 250 बैग बैंगन के निकल जाते हैं. मार्केट में बैंगन की है अच्छी कीमत वहीं, मार्केट में फिलहाल 20 से 25 रुपए किलो लंबा बैंगन बिक रहा है. लंबे बैंगन का खाने में भी स्वाद लाजवाब होता है. साथ ही इस बैंगन का लोग भर्ता बनाकर खाना पसंद करते है. बैंगन में फाइबर, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट की मौजूदगी हृदय संबंधी स्वास्थ्य में योगदान करती है. यह स्वस्थ हृदय क्रिया को बढ़ावा देता है और रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है. Tags: Local18, Saharanpur newsFIRST PUBLISHED : August 24, 2024, 15:08 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed