लहसुन ने खोली किसानों की किस्मत 2500 रुपए प्रति कुंतल रहा है बिक

Farmers News: पिछले 3 साल से लहसुन का उत्पादन बहुत ज्यादा हो रहा था. लेकिन इस साल किसानों को लहसुन की बहुत अच्छी कीमत मिल रही है.

लहसुन ने खोली किसानों की किस्मत  2500 रुपए प्रति कुंतल रहा है बिक
इटावा/रजत कुमार: गंभीर बीमारियों के इलाज लाभकारी में अच्छा समझे जाने वाले लहसुन के भाव मे आये भारी उछाल ने किसानों के चेहरो पर खुशी ला दी है. इटावा में इस समय 2500 रुपए प्रति कुंतल का भाव से लहसुन बिक रहा है. जब कि फुटकर में खुले बाजार 300 रुपए प्रति किलो से बिक्री हो रही है. भाव ठीक-ठीक मिलने से लहसुन किसानों के चेहरों पर खुशी देखी जा रही है. 3 साल बाद लहसुन की अच्छी कीमत बीते तीन वर्षों से लहसुन की दरों में छायी मंदी से बेहाल किसानों के लिए इस वर्ष लहसुन के शुरुआती भाव चेहरों पर चमक लेकर आए है.  इटावा में बडी संख्या में किसान लहसुन की खेती करते हैं. तीन वर्षों से छाई मंदी के कारण किसानों का लहसुन की खेती से मोहभंग हो रहा था. लहसुन के लिए जाना जाता है पचार क्षेत्र यही कारण है कि इस वर्ष कम कृषि भूमि में फसल को बोया गया था. इटावा के पचार क्षेत्र को लहसुन की खेती के लिए जाना जाता है. इकदिल से लेकर उदी, ऊसराहार, भरथना क्षेत्र में बडी संख्या में किसान लहसुन की खेती करते हैं.  बीते तीन वर्षों से मध्य प्रदेश और राजस्थान में ज्यादा उपज के कारण लहसुन का मूल्य कौड़ियों के भाव बिका था. किसानों की लागत तक फसल को बेंच कर नहीं निकल रही थी, जिसके कारण सैंकड़ों किसान कर्ज के बोझ तले तक दब चुके हैं . लहसुन की सबसे बड़ी मंडी लहसुन का कारोबार करने वाले जानकारों की मानें तो लहसुन के भाव और ऊंचे जाने की उम्मीद है. उत्तर प्रदेश में लहसुन की सबसे बड़ी मंडी मैनपुरी की घिरोर मानी जाती है. वही जनपद में इटावा मंडी के अलावा ऊसराहार क्षेत्र में लहसुन के व्यापारी है. ताखा क्षेत्र से ही व्यापारी लहसुन को कोलकाता, नागपुर, बैंगलोर, कानपुर, रायपुर आदि मंडियों में किसानों से क्रय करके भेजते हैं. मिल रही है तगड़ी कीमत लहसुन बेचने वाले किसान बताते है कि कभी 20 हजार रुपये प्रति कुंतल तक बिकने वाला लहसुन 600 रुपये रुपये प्रति कुंतल बिक चुका है. लहसुन के भाव में उछाल के पीछे कारण यह बताया जा रहा है कि कोलकाता, नागपुर, रायपुर, हैदराबाद, कानपुर, रांची, अकोला, बिहार, दुर्गापुर जैसी मंडियों में इस बार लहसुन आवक कम हो रही है. लहसुन की खेती में किसान को अन्य फसलों की अपेक्षा अधिक लागत आती है. साथ ही मेहनत भी दोगनी करनी पड़ती है. एक बीघा में किसान को 3000 तक खर्च करने होते हैं. इसमें बीज खाद कीटनाशक बाद सिंचाई आदि का खर्चा आता है . और अधिक इजाफा होने की उम्मीद लहसुन का कारोबार करने वाले कारोबारी अवधेश वर्मा बताते हैं कि पिछले साल के मुकाबले इस साल लहसुन का भाव थोक में 2500 रुपए प्रति कुंतल चल रहा है. जब की खुले बाजार लहसुन का भाव 300 रुपए प्रति किलो चल रहा है. उनका कहना है कि लहसुन के भाव में और अधिक इजाफा होने की उम्मीद है. Tags: Agriculture, Local18FIRST PUBLISHED : August 30, 2024, 11:47 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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