पारंपरिक खेती के साथ करें फलों की बागवानी कम खर्च में हाेगी तगड़ी कमाई

कृषि वैज्ञानिक अमर सिंह ने बताया कि कन्नौज में किसान फलदार पौधे की बागवानी कर लाखों की कमाई कर सकते हैं. किसान पारंपरिक खेती के साथ फलों की बागवानी कर सकते हैं. बस इसका तरीका सही रहना चाहिए. खरीफ के सीजन में कई तरह से किसानों को लाभ मिलता है. पानी की कोई कमी नहीं होती है. जिससे फसलों का पोषण बिना खर्च का हो जाता है. 

पारंपरिक खेती के साथ करें फलों की बागवानी कम खर्च में हाेगी तगड़ी कमाई
कन्नौज. उत्तर प्रदेश के कन्नौज में किसान पारंपरिक खेती के साथ-साथ अगर फलदार पौधों की खेती करे तो लाखों का मुनाफा कमा सकते हैं. कन्नौज के किसान आलू, मक्का और धान की खेती बड़े पैमाने पर करते हैं. इससे इतर किसान फल की बागवानी भी कर सकते हैं. इसमें ज्यादा खर्च भी नहीं है. बरसात के सीजन में फलदार पौधों का रोपण कैसे करना है और कैसे इसकी बागवानी कर आमदनी को बढ़ा सकते हैं, इसपर कृषि वैज्ञानिक अमर सिंह ने किसानों को जरूरी टिप्स भी दिया है. फलों की बागवानी से होती है अच्छी कमाई  कृषि वैज्ञानिक अमर सिंह ने बताया कि फलदार पौधों से किसान को बहुत लाभ होगा. फलदार पौधे में आम, केला और पपीता की बागवानी करते समय कुछ विशेष सावधानी बरती जाए तो यह लखपति बना देगा. बारिश के मौसम में उगाई जाने वाली फसलों को खरीफ फसल कहा जाता है. इस दौरान खेत में नमी बनी रहती है और सिंचाई का खर्च भी बच जाता है, इस वक्त किसान आम, केला, पपीता सहित कई फलदार पौधे लगा सकते हैं. पारंपरिक खेती के साथ कर सकते हैं बागवानी कृषि वैज्ञानिक अमर सिंह ने बताया कि कन्नौज में किसान फलदार पौधे की बागवानी कर लाखों की कमाई कर सकते हैं. किसान पारंपरिक खेती के साथ फलों की बागवानी कर सकते हैं. बस इसका तरीका सही रहना चाहिए. खरीफ के सीजन में कई तरह से किसानों को लाभ मिलता है. पानी की कोई कमी नहीं होती है. जिससे फसलों का पोषण बिना खर्च का हो जाता है. ऐसे करें पपीता के बीज की बुवाई पपीते की खेती करने के लिए पौधे किसी ऊंची क्यारी या गमले या पॉलीथिन बैग में तैयार कर लेना चाहिए. जहां पौध तैयार करें, वहां बीज की बुवाई से पहले क्यारी को 10 फीसदी फार्मेल्डिहाइड के घोल का छिड़काव करके उपचारित कर दें. इसके बाद बीज एक सेमी गहरे और 10 सेमी की दूरी पर बुवाई करना चाहिए. ऐसे लगाएं केले के पौधे  केले के पौधे को लगाने के लिए अच्छी और उपजाऊ मिट्टी का इस्तेमाल करें. मिट्टी में रेत या ईंट-पत्थर न हों. अगर मिट्टी में ये चीज़ें हों, तो केले के पौधे को बढ़ने में दिक्कत हो सकती है. मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए, इसमें ऑर्गैनिक खाद जैसे गोबर मिला सकते हैं. ऐसे तैयार कर सकते हैं आम के पौधे आम की पौध तैयार करने के लिए 50 सेंटीमीटर से 1 मीटर का गड्ढा खोदें. फिर, किसी पुराने फलदार पेड़ से 10 इंच की टहनी काट लें और चाकू से नीचे का हिस्सा छील लें. अब जमीन में लगाए गए पौधे के ऊपर का एक हिस्सा 2 इंच काट लें और उसकी परत को छील लें. छीलने के बाद, कटी हुई टहनी को उस पर लगाएं और किसी प्लास्टिक से बांध लें. ऐसा करने से करीब एक महीने में आम का पौधा तैयार हो जाएगा. Tags: Agriculture, Kannauj news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 30, 2024, 11:45 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed