इस खास स्कीम के तहत शुरू करें मधुमक्खी पालन मिलेगा 88 हजार का अनुदान

मधुमक्खी पालन छोटे किसानों के लिए बेहद ही फायदे का कारोबार है. वहीं भूमिहीन किसान भी मधुमक्खी पालन करके अच्छी आमदनी ले सकते हैं. मधुमक्खी पालन के लिए सरकार स्कीम भी चला रही है. मधुमक्खी पालन के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत किसानों को भारी अनुदान भी दिया जा रहा है.

इस खास स्कीम के तहत शुरू करें मधुमक्खी पालन मिलेगा 88 हजार का अनुदान
शाहजहांपुर: केंद्र सरकार ने फ़रवरी 2016 में किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे 2022 तक हासिल करना था. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं. इसी कदम के तहत सरकार मधुमक्खी पालन के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर रही है. मधुमक्खी पालन छोटे किसानों के लिए बेहद ही फायदे का कारोबार है. वहीं भूमिहीन किसान भी मधुमक्खी पालन करके अच्छी आमदनी ले सकते हैं. मधुमक्खी पालन के लिए सरकार स्कीम भी चला रही है. मधुमक्खी पालन के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत किसानों को भारी अनुदान भी दिया जा रहा है. जिला उद्यान अधिकारी पुनीत कुमार पाठक ने लोकल 18 को बताया कि मधुमक्खी पालन सिर्फ शहद का उत्पादन ही नहीं होता, बल्कि यह किसानों के लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकता है. किसान मधुमक्खी पालन से शहद, मोम, पराग कण और मधुमक्खी विष का उत्पादन कर सकते हैं. जिससे किसानों को अतिरिक्त आय मिल सकती है. मधुमक्खी पालन की शुरुआत में कम निवेश की आवश्यकता होती है और यह एक लंबे समय तक चलने वाला व्यवसाय है. मधुमक्खियां फूलों का परागण करती हैं जिससे फसलों का उत्पादन बढ़ता है. परागण से फलों और सब्जियों की गुणवत्ता में सुधार होता है. कितना मिलेगा अनुदान? पुनीत कुमार पाठक ने बताया कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत किसान मधुमक्खी पालन की शुरुआत 50 बॉक्स के साथ कर सकते हैं. इसमें 40 प्रतिशत या अधिकतम 88 हजार रूपए का अनुदान दिया जाएगा. वहीं अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के किसानों के लिए अलग से स्कीम है, जिसमें 5 बॉक्स अनुदान पर मधुमक्खी पालन के लिए किसानों को दिए जाएंगे. कैसे मिलेगा योजना का लाभ? पुनीत कुमार पाठक ने जानकारी देते हुए बताया कि मधुमक्खी पालन की स्कीम का लाभ लेने के लिए किसानों को उद्यान विभाग में पंजीकरण कराना होगा. पंजीकरण के लिए आधार कार्ड, बैंक पासबुक, खतौनी और दो फोटो होना आवश्यक है. इसके अलावा किसानों को मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण भी लेना होगा. दूसरे वर्ष होगा 2 गुना मुनाफा पुनीत कुमार पाठक ने लोकल 18 को बताया कि तराई क्षेत्र के किसानों के लिए मधुमक्खी पालन बेहद ही मुनाफे का सौदा है. किसान 50 बॉक्स के साथ मधुमक्खी पालन की शुरुआत करते हैं तो उनको पहले साल 1.5 से 2 लाख का मुनाफा होगा तो वहीं दूसरे वर्ष यह मुनाफा दोगुना तक हो सकता है. एक बॉक्स से किसानों को 40 किलो शहद, पराग कण, मोम और मधुमक्खी विष मिलता है. जिसको किसान बाजार में बेचकर अच्छा मुनाफा ले सकते हैं. Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 18, 2024, 21:06 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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