गेहूं के बाद किसान कर सकते हैं इस फसल की बुवाई 1 महीने में हो जाती है तैयार
गेहूं के बाद किसान कर सकते हैं इस फसल की बुवाई 1 महीने में हो जाती है तैयार
वरिष्ठ एक्सपर्ट और जानकार प्रमोद कुमार यादव बताते हैं कि चरी की फसल किसानों के लिए फायदेमंद है. इसकी खेती के लिए किसानों को 40 प्रतिशत का अनुदान दिया जाता है. इसके लिए किसानों को अपना आधार कार्ड, बैंक पासबुक और खतौनी के साथ कृषि रक्षा इकाई केंद्र पर संपर्क करना होगा.
आदित्य कृष्ण/ अमेठी: खेती किसानी के लिए समय-समय पर किसानों को तरह-तरह के अनुदान दिए जाते हैं. ऐसी ही कुछ फसलें गर्मी के मौसम की हैं, जिन्हें लगाकर किसान खासा मुनाफा कमा सकते हैं. इनमें से एक चरी की फसल है, जो किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकती हैं.
गेहूं की फसल काटने के बाद कर सकते हैं पैदावार
खेती किसानी में चरी की फसल काफी कारगर होती है. गेहूं की फसल काटने के बाद दो बार ट्रैक्टर से जुताई कर किसान अपने खेत में चरी के बीज की बुवाई कर सकते हैं. 1 महीने में तैयार होने वाली चरी की फसल हरी खाद के रूप में किसानों के काम आती है. इसके साथ ही किसान हरे चारे के रूप में बड़े पैमाने पर इसकी खेती से हजारों रुपये प्रतिदिन कमा सकते हैं. इसके अलावा सबसे बड़ा फायदा इस फसल से दूध देने वाले जानवर को है. क्योंकि, इसका चारा खिलाने से उनके दूध उत्पादन की क्षमता पहले से ज्यादा हो जाती है. साथ ही जानवर भी कई बीमारियों से मुक्त हो जाते हैं.
विभाग देता है अनुदान
वरिष्ठ एक्सपर्ट और जानकार प्रमोद कुमार यादव बताते हैं कि चरी की फसल किसानों के लिए फायदेमंद है. इसकी खेती के लिए किसानों को 40 प्रतिशत का अनुदान दिया जाता है. इसके लिए किसानों को अपना आधार कार्ड, बैंक पासबुक और खतौनी के साथ कृषि रक्षा इकाई केंद्र पर संपर्क करना होगा. आगे उन्होंने कहा कि इस फसल से किसानों को डबल फायदा होता है. क्योंकि, दुध देने वाले जानवरों के लिए ये चारा बेहद फायदेमंद है. इससे जानवरों में दूध उत्पादक की क्षमता बढ़ जाती है.
Tags: Amethi news, Local18FIRST PUBLISHED : May 10, 2024, 16:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed