इस खेती ने बदली युवक की किस्मत! अब घर बैठे कमा रहा लाखों आप भी जानिए कैसे

Farmer Profit: किसानों के लाभ के लिए हम लाए हैं खेती से जुड़ी खास जानकारी. इसको फॉलो कर वो अधिक से अधिक मुनाफा कमा पाएंगे.

इस खेती ने बदली युवक की किस्मत! अब घर बैठे कमा रहा लाखों आप भी जानिए कैसे
रिपोर्ट सौरभ वर्मा/रायबरेली: “कहते हैं एक आईडिया आपकी दुनिया बदल सकता है”…यह कहावत रायबरेली के रहने वाले राजेश कुमार पाल पर बिल्कुल सटीक बैठती है. उनके दोस्त द्वारा मिले एक आइडिया ने उनकी पूरी लाइफ बदल दी. दरअसल, रायबरेली के खीरो थाना क्षेत्र के रहने वाले राजेश कुमार पाल अपनी पुश्तैनी जमीन पर परंपरागत फसलों धान गेहूं की खेती करके अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे. लेकिन इन फसलों से उन्हें मुनाफा नहीं हो रहा था. फिर उन्होंने अपने दोस्त अरविंद अधिकारी से मुलाकात की. तो अरविंद अधिकारी ने उन्हें बागवानी की खेती करने की सलाह दी. बताया कि इस खेती से कम लागत में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. अपने दोस्त की सलाह मानकर उन्होंने अपनी दो एकड़ जमीन पर ताइवान पिंक अमरूद और 10 बिस्वा जमीन पर ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू कर दी. अब वो अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं . इस खेती कर कमा रहे हैं लाखों वह बताते हैं कि उनके दोस्त अरविंद अधिकारी की सलाह ने उनकी पूरी जिंदगी में ही बदलाव ला दिया है. जिस जमीन पर वह साल में दो फसलों की ही खेती करते थे. वहीं, जमीन पूरे वर्ष मुनाफा देती है. साथ ही वह कहते हैं कि यह सब उनके दोस्त अरविंद अधिकारी की ही देन है. उनकी ही सलाह ने हमारी जिंदगी में एक नया बदलाव ला दिया. सघन बागवानी विधि से करते हैं खेती ताइवान पिंक अमरूद की खेती व सघन बागवानी विधि से करते हैं. इस विधि में पंक्तिवार पौधों की रोपाई की जाती है. इसमें पंक्ति से पंक्ति के बीच की दूरी 9 फीट पौधे से पौधे के बीच की दूरी 7 फीट होती है, जिससे पौधा अच्छी ग्रोथ कर सके और फसल की भी अच्छी पैदावार हो. साथ ही वह बैंगिग विधि से फल को ढक देते हैं, जिससे फल में किसी प्रकार के रोग या कीट लगने का भी खतरा नहीं रहता है. कम लागत में अधिक मुनाफा लोकल 18 से बात करते हुए प्रगतिशील किसान राजेश कुमार पाल बताते हैं की वह 2 एकड़ जमीन में ताइवान पिंक अमरूद के साथ ही 10 बिस्वा जमीन पर ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं. जिससे वह अच्छा मुनाफा कमाते हैं. वह बताते हैं कि दोनों फसलों को मिलाकर सालाना एक से डेढ़ लाख रुपए आती है.वहीं लागत के सापेक्ष सालाना 5 से 7 लाख रुपए तक आसानी से कमाई हो जाती है. आगे की जानकारी देते हुए बताते हैं कि खेतों में तैयार अमरूद के फल को लखनऊ, कानपुर रायबरेली की बाजारों में बिक्री करते हैं. जहां से उन्हें अच्छा मुनाफा मिल जाता है. साथ ही वह बताते हैं कि यह खेती परंपरागत फसलों की तुलना में ज्यादा मुनाफे वाली है. और एक बार पौधा लगाने पर या फसल कई वर्षों तक मुनाफा देती है. क्योंकि यह बारहमासी फसल होती है. Tags: Agriculture, Local18FIRST PUBLISHED : June 27, 2024, 15:09 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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