60 साल तक मंदिर की सेवा करने वाले हाथी को सम्मान कई लाख की लागत से बनेगा मंडप
60 साल तक मंदिर की सेवा करने वाले हाथी को सम्मान कई लाख की लागत से बनेगा मंडप
Rameswaram Temple: रामेश्वरम के रामनाथस्वामी मंदिर में 60 वर्षों तक सेवा देने वाले हाथी भवानी की याद में 43 लाख रुपये की लागत से मणिमंदपम का निर्माण शुरू हुआ है. यह मणिमंदपम भवानी की मूर्ति से सुसज्जित होगा.
तमिलनाडु: रामनाथस्वामी मंदिर, जो रामेश्वरम, रामनाथपुरम जिले में स्थित है, में पिछले 60 वर्षों से हाथी भवानी ने भगवान शिव और देवी अंबाल के रथयात्राओं में नेतृत्व किया था. भक्तों को आशीर्वाद देने के बाद यह हाथी अब इस दुनिया में नहीं रहा. भवानी का मंदिर में योगदान न केवल भक्तों के लिए एक विशेष आशीर्वाद था, बल्कि वह इस क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा बन चुका था.
हाथी भवानी का निधन और मणिमंदपम निर्माण की योजना
रामनाथस्वामी मंदिर में 60 वर्षों तक सेवा देने वाला भवानी हाथी, जो रथयात्राओं में मुख्य भूमिका निभाता था, 2012 में कोयंबटूर जिले के थेक्कम्पाट्टी में एक जलभराव में फंसकर दुखद रूप से मर गया. इस घटना ने न केवल मंदिर प्रशासन बल्कि यहां आने वाले लाखों भक्तों को गहरा सदमा पहुंचाया. उसके बाद, उसका शव रामेश्वरम लाकर मंदिर प्रशासन द्वारा निर्धारित स्थान पर दफनाया गया. इसके बाद हिंदू धार्मिक और धार्मिक कार्य विभाग द्वारा मणिमंदपम बनाने का निर्णय लिया गया था. मणिमंदपम का निर्माण इस महान हाथी की याद को संजोने और उसकी भक्ति को सम्मान देने के रूप में किया जा रहा है.
नए मणिमंदपम का निर्माण
अब, 12 वर्षों के बाद, रामनाथस्वामी मंदिर के निकट एक भव्य मणिमंदपम का निर्माण कार्य शुरू हो गया है, जो 43 लाख रुपये की लागत से किया जा रहा है. इस मणिमंदपम में हाथी भवानी की मूर्ति स्थापित की जाएगी. यह मणिमंदपम मंदिर की ऐतिहासिकता और आध्यात्मिक महत्व को और भी प्रगाढ़ करेगा. इस निर्माण कार्य की उम्मीद है कि अगले साल जून तक पूरा हो जाएगा. मणिमंदपम की नींव रखते समय स्थानीय समुदाय के सदस्य भी इसमें शामिल हो रहे हैं, जो इस प्रक्रिया को एक सामूहिक श्रद्धांजलि के रूप में देख रहे हैं.
सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व
इस मणिमंदपम का निर्माण केवल एक धार्मिक प्रतीक नहीं, बल्कि यह स्थानीय समुदाय की सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत का भी प्रतीक बन जाएगा. भवानी हाथी के माध्यम से यह मंदिर और उसका इतिहास भी आने वाली पीढ़ियों को याद रहेगा. यह मणिमंदपम इस स्थान की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्वपूर्णता को दर्शाता है और भक्तों के लिए श्रद्धा और सम्मान का एक नया स्थान बनेगा.
Tags: Local18, Special Project, Tamil naduFIRST PUBLISHED : November 9, 2024, 14:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed