कांग्रेस चला रही ‘झूठ की दुकान’ रेल हादसों पर ऐसा क्यों बोले रेल मंत्री

Indian Railway news update: यूं तो देश में पिछले कुछ समय में एक के बाद एक रेल हादसे हुए हैं और इसके लिए कभी तकनीक और कभी मानवीय भूल जिम्मेदार होती देखी गई है. रेल मंत्री ने आज कांग्रेस समेत विपक्ष से कही दो टूक बात और बताया कि....

कांग्रेस चला रही ‘झूठ की दुकान’ रेल हादसों पर ऐसा क्यों बोले रेल मंत्री
नई दिल्ली: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर ‘झूठ की दुकान’ चलाने का आरोप लगाया. साथ ही यह भी कहा कि रेलवे में सुरक्षा की ‘कवच’ प्रणाली के मॉडर्न ए़डिशन को देश के प्रत्येक किलोमीटर रेल नेटवर्क पर लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी. इसी के साथ उन्होंने कई ऐलान किए जो आम लोगों के लिए काम के साबित होंगे. लोकसभा में पिछले दो दिन में हुई चर्चा का जवाब देते हुए वैष्णव ने रेल मंत्रालय के नियंत्रण में आने वाले अनुदान की मांगों का जिक्र करते हुए बताया कि रेलगाड़ियों में सामान्य डिब्बों की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए करीब ढाई हजार सामान्य कोच बनाए जाएंगे. सरकार ने 50 और अमृत ट्रेन के निर्माण का फैसला लिया गया है. अमृत भारत ट्रेन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक ऐसी ट्रेन की कल्पना की जिसमें विश्वस्तरीय सुविधा हों, लेकिन किराया कम से कम हो. जनवरी में सफल परीक्षण के बाद देश में दो नई अमृत भारत ट्रेन का उद्घाटन अयोध्या स्टेशन से किया गया जो माल्दा से बेंगलुरु और दरभंगा से दिल्ली के बीच संचालित हो रही हैं जिनमें पिछली सभी ट्रेनों से कई गुना बेहतर सुविधाएं हैं. तहजीब के शहर को बदनाम करते ये दो चेहरे… क्या चाबुक से ही रुकेंगी ये हरकतें….? वैष्णव ने कहा कि कम दूरी वाले दो शहरों के बीच वंदे मेट्रो चलाई जाएंगी. वंदे मेट्रो का जल्द उद्घाटन होगा और यह अनेक विशेषताओं के साथ यात्रियों के लिए वरदान साबित होगी. कम दूरी वाले शहरों, जिनके बीच दूरी 150 और 200 किलोमीटर है, के बीच रीजनल ट्रेन की तर्ज पर वंदे मेट्रो चलाने का निर्णय लिया गया है जिसे डिजाइन किया जा चुका है और परीक्षण चल रहा है. IAS राव कोचिंग में तीन बच्चों की मौत, थार ड्राइवर जिम्मेदार? गुरुग्राम में करंट से 3 की मौत, क्या बिजली अधिकारी होंगे अरेस्ट देश में 2019 में करीब 2000 मानवरहित रेलवे फाटक थे जिन्हें गेट लगाकर, अंडरपास या आरओबी बनाकर पूरी तरह समाप्त कर दिया गया है. कांग्रेस और विपक्षी दलों को क्यों कहा झूठ की दुकान रेल मंत्री ने कहा कि हम मानते हैं कि कांग्रेस के समय रेलवे में कई प्रयोग किए गए, लेकिन जिस संवेदना के साथ या जिस भावना से काम होना चाहिए, नही किया गया. पश्चिम बंगाल के कुछ सदस्यों द्वारा ममता बनर्जी के रेल मंत्री रहने के दौरान लागू ‘टक्कर रोधी उपकरण’ प्रणाली का उल्लेख किए जाने पर वैष्णव ने कहा कि 2006 में देश के करीब 1500 किलोमीटर रेल मार्ग पर यह प्रणाली लगाई गई. ट्रेनों की सुरक्षा के लिए स्वचालित रेलगाड़ी सुरक्षा (ATP) प्रणाली दुनिया के अधिकतर देशों में 1970 और 1980 के दशक में लगाई गई थी, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि कांग्रेस के 58 साल के कार्यकाल में और 2014 से पहले तक भारत के एक भी किलोमीटर रेलवे नेटवर्क पर यह प्रणाली नहीं लग पाई. उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से इसका कोई सुरक्षा प्रमाणपत्र नहीं था और 2012 में इसे हटा दिया गया. काम करने की जैसी पद्धति, रेलवे में जैसी गंभीरता होनी चाहिए थी, तब नहीं थी, लेकिन आज है..रेल मंत्री ने कहा, मैं यहां राजनीति नहीं करना चाहता, तथ्यों को सबके सामने स्पष्ट रूप से रखना चाहता हूं. उन्होंने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार बनने के बाद ‘कवच’ प्रणाली के बारे में विचार किया गया और 2016 में इसे लागू करने का निर्णय ले लिया गया. वैष्णव ने कहा कि 2019 में ‘कवच’ के लिए हाईएस्ट लेवल के प्रमाणपत्र को हासिल कर लिया गया जिसे प्राप्त करने की एक कठिन प्रक्रिया है. उन्होंने कहा, कोविड के बावजूद 2020 और 2021 में इसके आगे के परीक्षण हुए और 2022 में 3000 किलोमीटर रेल नेटवर्क की परियोजना में कवच का क्रियान्वयन किया गया और इस दौरान काफी कुछ सीखने को मिला. सभी बातों को ध्यान में रखते हुए 17 जुलाई 2024 को कवच का संस्करण 4.0 स्वीकृत किया गया है. वैष्णव ने कहा, इतने परिश्रम के बाद 9000 किलोमीटर रेलमार्ग के लिए निविदा की प्रक्रिया चल रही है. भारत में रेलवे का करीब 70 हजार किलोमीटर का नेटवर्क है. उन्होंने कहा कि इससे आधे नेटवर्क के आकार वाले देशों ने एटीपी प्रणाली को लागू करने में करीब 20 साल लगाए. उन्होंने कहा, मैं भरोसा दिलाना चाहूंगा कि कवच को लागू करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. दिन रात लगकर और जी-जान लगाकर पूरे नेटवर्क पर और प्रत्येक किलोमीटर रेलमार्ग पर इसे लगाने का पूरा का पूरा प्रयास करेंगे. Tags: Indian railway, Indian Railway news, Latest railway news, Parliament sessionFIRST PUBLISHED : August 1, 2024, 16:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed