चारों तरफ चीनी टैंक 23 साल का भिक्षु और… दलाई लामा की खतरनाक रात की कहानी

चीन के लगातार बढ़ रहे खतरे के बीच दलाई लामा ने तिब्बत को छोड़ने और भारत में जाने का फैसला किया. 13 दिनों की कठिन और साहसिक यात्रा के बाद आखिरकार वो भारत पहुंचे. 3 अप्रैल 1959 को प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने मानवीय आधार पर दलाई लामा को शरण दी.

चारों तरफ चीनी टैंक 23 साल का भिक्षु और… दलाई लामा की खतरनाक रात की कहानी