रायबरेली में बने 19 हजार से अधिक फर्जी जन्म प्रमाण पत्र किसे दी गई नागरिकता

Rae Bareli News: यूपी के रायबरेली जिले में फर्जी जन्म प्रमाणपत्र का बड़ा मामला सामने आया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए अब इसकी जांच ATS को सौंपी गई है. शुरूआती जांच में PFI से जुड़ा है मामला.

रायबरेली में बने 19 हजार से अधिक फर्जी जन्म प्रमाण पत्र किसे दी गई नागरिकता
हाइलाइट्स रायबरेली जिले की सलोन तहसील में अवैध रूप से भारतीय नागरिकता दिए जाने का मामला एक ही तहसील में 19 हजार से अधिक लोगों को फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी कर दिए गए रायबरेली. यूपी के रायबरेली जिले की सलोन तहसील में अवैध रूप से भारतीय नागरिकता दिए जाने के लिए 19 हजार से ज्यादा फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी कर दिए गए. मामला सामने आने के बाद अब इसकी जांच ATS को सौंपी गई है. ATS फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले में पीएफआई की भूमिका की जांच करेगी. बताया जा रहा है कि फर्जी तरीके से अन्य प्रांतों के लोगों का जन्म प्रमाणपत्र बनाया गया. इसके बदले करोड़ों रुपए भी कमाए गए. फर्जी जन्म प्रमाणपत्र का मामला सामने आने के बाद जिला विकास अधिकारी ने अन्य तहसीलों में भी ऐसी ही गड़बड़ी की आशंका जताई है. आशंका की पुष्टि के लिए उन्होंने जिले भर के जनसेवा केंद्रों की जांच कराए जाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि पूरे जनपद में संचालित जनसेवा केंद्रों की जब से आईडी  निर्गत हुई है तब से अब तक जारी सभी प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराया जाएगा. उन्होंने इसके लिए एक टीम गठित कर दी गई है. माना जा रहा है कि सलोन जैसा मामला अन्य तहसीलों में भी सामने आ सकता है. हम बता दें कि रायबरेली में राष्ट्रीय सुरक्षा को धता बताते हुए यहां सरकारी कर्मचारी की मिलीभगत से हजारों फर्जी जन्म प्रमाणपत्र निर्गत कर दिए गए हैं. खास बात यह कि इनमें से ज्यादातर जन्म प्रमाणपत्र हासिल करने वालों का इन गावों से कोई संबंध ही नहीं है. आशंका जताई जा रही है कि जन्म प्रमाणपत्र हासिल करने वाले अलग अलग प्रांतों के रहने वाले हैं. 19 हजार से ज्यादा फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी मामला सलोन तहसील का है, यहां ग्राम विकास अधिकारी विजय सिंह यादव की नूरुद्दीनपुर सिरसिरा, गोपालपुर गावों में तैनाती है. इन गावों के पते पर पिछले कई महीने से ऐसे लोगों के जन्म प्रमाणपत्र निर्गत हो रहे थे, जिनका यहां से कभी कोई संबंध ही नहीं रहा है. तीनों ग्राम सभाओं के प्रधानों ने इस बात की सूचना एडीओ पंचायत जितेंद्र सिंह को दी. मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आया तो सीडीओ ने इसकी जांच एडीओ पंचायत को सौंप दी. एडीओ पंचायत की जांच में सामने आया कि ग्राम विकास अधिकारी विजय सिंह यादव समेत राइन सहज जनसेवा केंद्र संचालक जीशान खान रियाज व एक अन्य की मिलीभगत से लगभग 19 हजार से ज्यादा गैर जनपदीय और गैर प्रांतीय लोगों के फर्जी प्रमाण पत्र जारी हो गए. करोड़ों की संपत्ति बनाने का दावा पुलिस ने एडीओ पंचायत जितेंद्र सिंह की तहरीर पर ग्राम विकास अधिकारी विजय सिंह यादव समेत जीशान खान रियाज व एक अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के डीएम, एसपी समेत आईजी एटीएस नीलाब्जा चौधरी और आईजी लखनऊ जोन मामले से जुड़े अभिलेख खंगालते रहे. अब तक कि शुरुवाती जांच में 20 हजार में से 815 जन्म प्रमाणपत्र सही पाए गए हैं. पुलिस प्रशासन इस मामले की जांच उच्च एजेंसी से करवाने की मांग कर रही है. वहीं स्थानीय लोग दावा कर रहे हैं कि सीएचसी संचालक ने फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी करके करोड़ों की संपत्ति बनाई है. फिलहाल पुलिस इस मामले में आरोपी ग्राम विकास अधिकारी, सीएचसी संचालक और उसके परिजनों के बैंक खातों, संपत्ति की जांच भी की जा रही है. Tags: Rae Bareli News, UP latest newsFIRST PUBLISHED : July 25, 2024, 08:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed