फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले में आतंकी कनेक्शन की होगी जांच 6 और अरेस्ट
फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले में आतंकी कनेक्शन की होगी जांच 6 और अरेस्ट
Raebareilly News : यूपी एटीएस और रायबरेली पुलिस का दावा है कि फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में उसे बड़ी सफलता मिली है और अब वे आरोपियों के आतंकी और बांग्लादेशी रोहिंग्या के कनेक्शन संबंधी जांच कर रहे हैं. हालांकि यह फर्जीवाड़ा सरकारी योजनाओं का गलत तरीके से लाभ लेने के लिए किया गया था.
रायबरेली. फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में रायबरेली पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने इस मामले में 6 और लोगों की गिरफ्तारी कर ली है. पुलिस अफसर अभिषेक अग्रवाल ने कहा कि अभी जांच जारी है और पकड़े गए लोगों से पूछताछ में कई जानकारियां मिलीं हैं. उन्होंने कहा कि अभी तक की जानकारी के अनुसार ये पूरा फर्जीवाड़ा सरकारी योजनाओं का गलत तरीके से लाभ लेने के लिए किया गया था. हालांकि इन लोगों का रोहिंग्या कनेक्शन और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के संबंध में लगाए गए आरोपों के बारे में भी जांच हो रही है.
सलोन में पिछले माह सामने आए फर्ज़ी जन्म प्रमाणपत्र मामले में अभी तक की जांच के दौरान भाजपा विधायक और हिन्दू युवा वाहिनी के दावों को बड़ा झटका लगा है. रायबरेली पुलिस ने इस मामले में छह और लोगों की गिरफ़्तारी के बाद दावा किया है कि अभी तक कि पूछताछ में सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए फर्ज़ी प्रमाणपत्र बनाये जा रहे थे. वहीं सलोन भाजपा विधायक अशोक कोरी और हिन्दू युवा वाहिनी ने दावा किया था कि फर्ज़ी जन्म प्रमाणपत्र का रोहिंग्या कनेक्शन है और देश विरोधी गतिविधियों के लिए इन्हें बनाया जा रहा था.
वाराणसी, गोरखपुर, मुरादाबाद, लखनऊ, बहराइच और प्रयागराज टीम ने की जांच
एसपी रायबरेली अभिषेक अग्रवाल के मुताबिक एटीएस वाराणसी, गोरखपुर, मुरादाबाद, लखनऊ, बहराइच और प्रयागराज की फील्ड यूनिट ने भौतिक एवं इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से गहन जांच के बाद छह लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ़्तारी के सम्बन्ध में एसपी अभिषेक अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि सोनभद्र से गोविन्द केसरी, संतकबीरनगर से आकाश कसौधन, गोरखपुर से सलमान अली, कुशीनगर से संजीव सिंह, प्रतापगढ़ से वैभव, और मुरादाबाद से शाहनवाज़ को गिरफ्तार किया गया है.
मुख्य आरोपी से व्हाट्स ऐप के जरिए जुड़े हुए थे 6 आरोपी
एसपी अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि यह सभी लोग सलोन के सीएससी संचालक ज़ीशान के साथ व्हाट्सऐप ग्रुप पर जुड़कर ऐसे लोगों कि जानकारी साझा करते हैं जिन्हें सरकारी योजनाओं या आधार कार्ड में संशोधन के लिए जन्म या मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाना चाहते हैं. ज़ीशान ऐसे लोगों का प्रमाण पत्र ग्राम विकास अधिकारी की आईडी पासवर्ड का इस्तेमाल कर निर्गत कर देता था. इसके अतिरिक्त यह लोग इंटरनेट पर पड़ी हुई कुछ ऐसी साइट्स के माध्यम से भी प्रमाणपत्र निर्गत कर देते थे जो देखने में हू बहू असली लगते थे. एसपी ने इन साइट्स की जानकारी देते हुए बताया कि crssorg.gov व www.worknet.com से क्यू आर कोड का इस्तेमाल कर ये लोग देखने में असली जैसा प्रमाणपत्र निर्गत करते थे.
जीशान खान समेत 4 आरोपी पहले हुए थे अरेस्ट
एसपी अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि यह सभी लोग सरकारी योजनाओं का लाभ लेने वालों का प्रमाणपत्र ज़्यादा पैसे लेकर तुरंत निकाल देते थे जबकि असली बनवाने में पूरी प्रक्रिया के दौरान काफी समय लगता है. हम बता दें कि पिछले माह सलोन में फ़र्ज़ी जन्म प्रमाणपत्र बनाये जाने के मामले में पुलिस ने सीएससी संचालक ज़ीशान खान व ग्राम विकास अधिकारी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया था. इन लोगों ने 19 हज़ार से ज़्यादा फ़र्ज़ी प्रमाणपत्र निर्गत किये थे. इसी मामले में छह अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
Tags: Hindi news, Latest hindi news, Police investigation, Raebareilly News, Raebareli latest news, Raebareli News, Today hindi news, Up hindi news, Up news today hindi, UP policeFIRST PUBLISHED : August 3, 2024, 17:23 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed