Flood In Chambal: चंबल ने मचाई तबाही आगरा के कई गांव जलमग्न लोगों ने घर की छतों पर डाला डेरा

Flood In Chambal: चंबल नदी आगरा के बाह, पिनाहट क्षेत्र में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इस वजह से कई गांव न सिर्फ जलमग्न हो गए हैं बल्कि उनका संपर्क जिला मुख्‍यालय से टूट गया है.

Flood In Chambal: चंबल ने मचाई तबाही आगरा के कई गांव जलमग्न लोगों ने घर की छतों पर डाला डेरा
रिपोर्ट: हरीकान्त शर्मा आगरा. प्रकृति जब अपना रौद्र रूप धारण करती है तो चाहे इंसान हो या जानवर उसके आगे किसी का बस नहीं चलता. ये हम इसलिए कह रहे हैं कि इन दिनों चंबल नदी अपना रौद्र रूप धारण किए हुए हैं. आगरा के बाह, पिनाहट क्षेत्र में चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. शुक्रवार की सुबह तक चंबल के आसपास के गांव, घर और खेत खलियान में बाढ़ का पानी भर गया है. स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. वहीं, किसानों के मकान आधे-आधे पानी में डूबे हुए हैं . चंबल नदी अपना कहर पिछले कई दिनों से बरपा रही है. चंबल के आसपास के गांव पूरी तरह से जलमग्न हैं. हालात ऐसे हैं कि लोग घरों की छतों पर रहने को मजबूर हैं. गांव वासियों ने अपना राशन जुटाकर घर ही छतों पर शरण ले रखी है.वहीं कई लोग तो बीहड़ के ऊंचे ऊंचे टीलों पर रात काटने को मजबूर हैं.बाह तहसील के कई ऐसे गांव हैं जो बाढ़ की चपेट में हैं.इन गांव में बिजली व्यवस्था पूरी तरह से ठप है.लगभग 22 गांव के संपर्क मार्ग भी पूरी तरह से टूट चुके हैं . खत्म हो रहा है राशन कभी भी बढ़ सकता है खतरा लोग बाढ़ से अपनी जान बचाने के लिए छतों पर शरण लिए हुए हैं. खाने से लेकर उठना, बैठना, दिनचर्या छतों पर हो रही है. टॉर्च की रोशनी में लोग खाना बनाने को मजबूर हैं. इसके साथ ही लोगों का कहना है कि खतरा कभी भी बढ़ सकता है. संपर्क मार्ग बिल्कुल टूट चुके हैं. अब ऐसे में उनका इकट्ठा किया हुआ राशन धीरे-धीरे खत्म हो रहा है. सूचना मिल रही है कि कोटा से फिर से पानी छोड़ा जाएगा. अगर पानी फिर से छोड़ा गया तो हालत और खराब होंगे. कब उनकी चारपाई पानी में तैरने लगे उन्हें खुद नहीं पता ? ये गांव है प्रभावित, मगरमच्छ का खतरा बढ़ा बाढ़ के कहर से बाहर पिनाहट के आसपास के लगभग 10 से 12 गांव प्रभावित हैं, जिसमें मऊ की मुड़िया, गोहरा, रानीपुरा, भटपुरा, गुढ़ा, झरनापूरा , कछियारा ,रेहा, उमरेठा का पुरा समेत तमाम गांव हैं. इन सभी गांव का संपर्क जिला मुख्‍यालय से टूट चुका है.हालांकि प्रशासन मदद के लिए प्रयास कर रहा है, तो कई गांव में आने जाने के लिए स्टीमर की व्यवस्था की गयी है . ग्रामीणों को डर है कि चंबल नदी में मगरमच्छ पाले जाते हैं. बाढ़ के पानी में वह कभी भी गांव में आ सकते हैं. अब ऐसे में उनके सामने दोहरी चुनौती है. कई लोगों का मानना है कि उन्होंने पानी में तैरते मगरमच्छ देखे हैं, जिस वजह से लोगों में भय का माहौल है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Agra news, Flood alert, UP floodsFIRST PUBLISHED : August 26, 2022, 15:13 IST