आकाशवाणी होने पर बन रहा था शिव का यह मंदिर अचानक घटी ऐसी घटना छोड़ना पर अधूरा

फिरोजाबाद के टूंडला से लगभग बीस किलोमीटर दूर बसे ग्लारई गांव के यमुना किनारे बाबा महेश्वरनाथ के नाम से प्रसिद्द एक आश्रम है.आश्रम के संत बाबा महेशानंद गिरि महाराज ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान बताय़ा कि यहां हजारों साल पहले बटेश्वर धाम बनने वाला था.

आकाशवाणी होने पर बन रहा था शिव का यह मंदिर अचानक घटी ऐसी घटना छोड़ना पर अधूरा
धीर राजपूत/ फिरोजाबाद: यूपी के फिरोजाबाद में भगवान शिव का एक ऐसा प्राचीन मंदिर है, जो बिल्कुल यमुना के किनारे बीहड़ में बना हुआ है. इस मंदिर को हजारों साल पहले हुई एक आकाशवाणी के बाद बनाया गया था, लेकिन बाद में एक ऐसी घटना हुई जिसके बाद इसे अधूरा छोड़ दिया गया. मान्यता है कि पहले इसी जगह पर बटेश्वर धाम बनने वाला था, लेकिन एक गलती की वजह से अधूरा मंदिर ही छोड़ दिया. यहां यमुना  चारों दिशाओं में यू और एस के आकार में बहती है. मान्यता है कि यहां आने वाले भक्तों के सभी  कष्ट दूर हो जाते हैं. यूपी,एमपी समेत काफी दूर दूर से भक्त यहां दर्शन के लिए आते हैं. हजारों साल पहले अधूरा छोड़ दिया था ये शिव मंदिर फिरोजाबाद के टूंडला से लगभग बीस किलोमीटर दूर बसे ग्लारई गांव के यमुना किनारे बाबा महेश्वरनाथ के नाम से प्रसिद्द एक आश्रम है.आश्रम के संत बाबा महेशानंद गिरि महाराज ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान बताय़ा कि यहां हजारों साल पहले बटेश्वर धाम बनने वाला था. यहां अचानक एक आकाशवाणी हुई थी और मंदिर बनाने की बात सुनाई दी थी. बुजुर्ग बताते हैं कि आकाशवाणी के दौरान ये कहा गया था कि मंदिर के निर्माण के समय कोई महिला चक्की नहीं चलाएगी. लेकिन तभी रात में अनजाने में एक महिला ने घर में रखी चक्की को चला दिया था. जिसके बाद यहां एक अधूरा मंदिर स्थापित हो गया था. जिसमें शिवलिंग ही स्थापित हो पाया था.आसपास के लोगों ने देखा तो उन्हें गलती का एहसास हुआ. इसके बाद फिर आगरा के बाह में एक राजा को भगवान शिव के एक सौ एक मंदिर बनाने का सपना हुआ था, जिसके बाद वहां भगवान शिव के अलग-अलग यमुना किनारे मंदिर स्थापित हुए. जिसे बटेश्वर धाम के नाम से जाना जाता है. वहीं महाराज ने कहा कि यहां भी अधूरा शिव मंदिर है, जिसका बाद में लोगों ने मिलकर निर्माण करा दिया है. यहां भी भक्तों की भारी भीड़ लगी रहती है. सभी मनोकामनाएं होती हैं पूरी  मंदिर के संत ने कहा कि यह मंदिर इतना चमत्कारी है कि यहां आने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस मंदिर में माथा टेकने वाले भक्तों के पारिवारिक कलह दूर होते हैं. संतान की प्राप्ति होती है और नौकरी की इच्छा लेकर आने वाले भक्तों को नौकरी की प्राप्ति महादेव की कृपा से होती है. यमुना किनारे बसे इस मंदिर में दर्शऩ के लिए फिरोजाबाद ही नहीं बल्कि आगरा, एमपी, हरियाणा और राजस्थान तक के लोग आते हैं और मन्नत मांगते हैं. Tags: Hindi news, Local18, Religion 18FIRST PUBLISHED : August 12, 2024, 13:34 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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