Big News : हवाई जहाज की तरह रेल के इंजन में भी लगेगा ब्लैक बॉक्स 55 डिग्री तापमान में भी करेगा काम
Big News : हवाई जहाज की तरह रेल के इंजन में भी लगेगा ब्लैक बॉक्स 55 डिग्री तापमान में भी करेगा काम
Indian Railway News.इंजन में कैमरे लगाने से ओएचई की मॉनिटरिंग, रेलवे ट्रैक की मॉनिटरिंग, ड्राइवरों की सजगता की मॉनिटरिंग होती रहेगी. जिस तरह हवाई हादसा होने पर ब्लैकबॉक्स हादसे की वजह जानने में सहायक सिद्ध होता है वैसे ही आपातकालीन स्थिति में यह सिस्टम कारण को जानने और सबूत के तौर पर सहायक सिद्ध होगा. यह सीसीटीवी कैमरे आई पी बेस्ड होंगे ताकि रिमोट मॉनिटरिंग की जा सके. इनकी रिकॉर्डिंग को सामान्यता डिलीट नहीं किया जा सकेगा. वीडियो का डाटा 90 दिन तक सुरक्षित रहेगा जो कि फर्स्ट इन फर्स्ट आउट की तर्ज पर काम करेगा.
जबलपुर. हवाई जहाज की तर्ज पर अब ट्रेनों के इंजन में भी ब्लैक बॉक्स लगाने की शुरुआत हो चुकी है. ट्रेनों की सुरक्षा में बढ़ोतरी करते हुए पश्चिम मध्य रेलवे ने ट्रेन के इंजन में क्रू वॉइस एवं विडियो रिकॉर्डिंग सिस्टम लगाया है. रेलवे में अभी तक ये अपने आप में नयी शुरुआत है.
भारतीय रेलों के इंजन में अब ब्लैक बॉक्स लग रहा है. शुरुआत हो चुकी है. धीरे धीरे सारी यात्री गाड़ियों के इंजन ब्लैक बॉक्स लगा दिखेगा. इस सिस्टम के जरिए अब भारतीय रेलवे की रेल गाड़ियों में लगने वाले इंजनों पर भी नजर रखी जाएगी. रेल संचालन के दौरान लोको पायलट समेत सहायक लोको पायलट भी नजर में रहेंगे. इंजन के सामने भी सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है जिससे चलती ट्रेन के सामने आने वाले ट्रैक पर भी रेलवे की तीसरी नजर होगी. इससे ट्रेन के आगे आने वाले अवरोध या सिग्नल आदि की भी जानकारी रेल प्रशासन को मिलती रहेगी इससे रेलगाड़ियों की अधिकतम सुरक्षा सुनिश्चित होगी.
6/8 आई पी बेस्ड डिजिटल सीसीटीवी कैमरे
प्रत्येक इंजन में कुल 6/8 आई पी बेस्ड डिजिटल सीसीटीवी कैमरे, 8 चैनल का एनवीआर और 4 जीबी की हार्ड डिस्क लगाई जाएगी. कैमरों में माइक्रोफोन इनबिल्ट है जिससे वॉइस रिकॉर्डिंग भी हो सकेगी. कैमरे इंजन की छत पर आगे और पीछे लगाए गए हैं और दो कैमरे केबिन-01 और 2 कैमरे केबिन-02 में लगाए गए हैं. इससे ड्राइवर और असिस्टेंट ड्राइवर के वीडियो और ऑडियो की रिकॉर्डिंग होगी. ट्रेन हादसा होने की स्थिति में यह जांच में बहुत ही सहायक होगा.
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ब्लैक बॉक्स बताएगा हादसे की वजह
इंजन में कैमरे लगाने से ओएचई की मॉनिटरिंग, रेलवे ट्रैक की मॉनिटरिंग, ड्राइवरों की सजगता की मॉनिटरिंग होती रहेगी. जिस तरह हवाई हादसा होने पर ब्लैकबॉक्स हादसे की वजह जानने में सहायक सिद्ध होता है वैसे ही आपातकालीन स्थिति में यह सिस्टम कारण को जानने और सबूत के तौर पर सहायक सिद्ध होगा. यह सीसीटीवी कैमरे आई पी बेस्ड होंगे ताकि रिमोट मॉनिटरिंग की जा सके. इनकी रिकॉर्डिंग को सामान्यता डिलीट नहीं किया जा सकेगा. वीडियो का डाटा 90 दिन तक सुरक्षित रहेगा जो कि फर्स्ट इन फर्स्ट आउट की तर्ज पर काम करेगा.
माइनस 10 से 55 डिग्री सेल्सियस तक में करेगा काम
यह सिस्टम माइनस 10 डिग्री से 55 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान के अनुसार डिजाइन किया गया है. ताकि हर मौसम में बेहतर गुणवत्ता मिलती रहे. साथ ही इसमें नाइट विजन का प्रावधान है जो कम लाइट में भी काम करता है. पश्चिम मध्य रेल पर इटारसी लोको शेड, न्यू कटनी जंक्शन लोको शेड और तुगलकाबाद लोको शेड पर इंजनों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम किया जा रहा है. पश्चिम मध्य रेल पर कुल 55 लोको में क्रू वॉइस एवं वीडियो रिकॉर्डिंग सिस्टम लगाया जा चुका है. जल्द ही पश्चिम मध्य रेल के 445 अन्य लोको/इंजनों में भी यह सिस्टम लगाया जाएगा.
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Tags: Irctc, Jabalpur news, Latest railway newsFIRST PUBLISHED : November 14, 2022, 18:53 IST