अगर खेत या झाड़ियों में हो जाए भेड़िए से आमना-सामना तो भूल से भी न करें ये काम!

वाइल्ड लाइफ यूट्यूबर विवेक अवस्थी बताते हैं कि किसी भी वन्यजीव से आमना-सामना होने पर आपके हाव भाव ही आपकी सबसे बड़ी जीत होते हैं. अगर डर के बावजूद भी आपका अपने हाव भाव पर काबू पा लिया तो आप काफी हद तक खुद का बचाव करने में सफल हो जाएंगे.

अगर खेत या झाड़ियों में हो जाए भेड़िए से आमना-सामना तो भूल से भी न करें ये काम!
पीलीभीत. चाहें फिल्म हों या फिर किस्से कहानी सभी में भेड़िए को एक खूंखार जानवर के रूप में दर्शाया जाता है. बहराइच में लगातार हो रही घटनाओं के बाद लोगों के मन की यह अवधारणा और मजबूत हो रही है. वहीं लोगों के बीच दहशत भी बढ़ रही है. सभी के मन में एक सवाल और खड़ा हो रहा है कि अगर भेड़िए से आमना-सामना हो जाए तो बचाव के लिए क्या उपाय करना चाहिए. इसी को लेकर LOCAL18 ने लंबे अरसे से वन एवं वन्यजीवों के विषय पर काम कर रहे वाइल्ड लाइफ यूट्यूबर विवेक अवस्थी से खास बातचीत की है. विवेक बताते हैं कि किसी भी वन्यजीव से आमना-सामना होने पर आपके हाव भाव ही आपकी सबसे बड़ी जीत होते हैं. अगर डर के बावजूद भी आपका अपने हाव भाव पर काबू पा लिया तो आप काफी हद तक खुद का बचाव करने में सफल हो जाएंगे. इन लोगों पर है ज्यादा खतरा इन दिनों बहराइच और आसपास के इलाकों में भेड़िए के हमले की घटनाएं सामने आ रही हैं. ऐसे में हर कोई ऐसी परिस्थितियों से निपटने के उपाय जानना चाहता है. विवेक बताते हैं कि आमतौर पर वयस्कों को भेड़िए से खतरा नहीं होता. जंगली जीव होने की वजह से भेड़िया समझता है कि इंसान उससे अधिक बलशाली है. बच्चों व बुजुर्गों को भेड़िए से अधिक खतरा होता है. जगह के अनुसार बदल जाता है बचाव का तरीका विवेक बताते हैं कि फिर भी भेड़िए से आमना सामना होने पर भी बचाव किया जा सकता है. अगर भेड़िया किसी पर चार्ज (हमला करने की मुद्रा) करता हुआ आ रहा है तो व्यक्ति को अपने हाथ ऊपर करके ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाना चाहिए. आसपास पत्थर या डंडा हो तो उससे डराने का प्रयास करें और भेड़िए की आंखों में देखते रहें. वहीं अगर किसी खेत या फिर रास्ते पर भेड़िये से आमना-सामना हो जाए तो बचाव के उपाय थोड़े अलग होते हैं. ऐसी परिस्थितियों में आपको भेड़िये से आंखें मिलाने से बचना चाहिए. उसे ऐसा लगना चाहिए कि आप ने उसे देखा ही नहीं ऐसा करने से वह वहां से भागने या फिर छिपने का प्रयास करेगा. Tags: Local18, Pilibhit news, Stray animals, Uttar Pradesh News Hindi, Wild animalsFIRST PUBLISHED : September 9, 2024, 18:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed