इंडियन नेवी चीफ ने किसे कहा गुडलक पाकिस्तानी नौसेना को बताया चीन PLA की टीम B
इंडियन नेवी चीफ ने किसे कहा गुडलक पाकिस्तानी नौसेना को बताया चीन PLA की टीम B
Indian Navy: इंडियन नेवी चीफ एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में जिस तरह से चीन की दखलअंदाजी में इजाफा हुआ है, उसी हिसाब से हमने क्षेत्र में अपनी निगरानी भी बढ़ा दी. इतना ही नहीं, पाकिस्तान को भी चीन सबमरीन और वॉरशिप मुहैया करा रहा है.
नई दिल्ली. चीन नंबरों के आधार पर दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना है और वो लगातार अपना दायरा भी बढ़ा रहा है. चीन दुनिया भर में अपने जंगी जहाज़ों के साथ फैला हुआ है. वो अपने ऑल वेदर फ्रैंड पाकिस्तान पर बहुत मेहरबान है और उसने पाकिस्तानी नौसेना की ताक़त को बढ़ाने का बीड़ा भी उठाया है. नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने इसकी तसदीक की. नौसेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान की नौसेना आश्चर्यजनक तेजी से बढ़ी है. वो 50 नेवी वॉरशिप बनने की तैयारी में है. उसे वॉरशिप, सबमरीन और हथियार मिल रहे हैं, लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए ये आश्चर्यजनक है.
नौसेना प्रमुख ने ये भी कहा कि जैसा की सबको पता है कि शिप और सबमरीन या तो चीन में बन रहे हैं या फिर उनकी मदद से कराची में बन रहे हैं. उससे तो ये दिख रहा है कि चीन की रुची पाकिस्तान की नौसेना को ताकतवर बनाने की है. नई 8 सबमरीन चीन बना रहा है जो कि पाकिस्तान की कॉम्बेट कैपेबिल्टी को बढ़ाएगा, लेकिन हमें इसकी जानकारी है और हम किसी भी तरह की चुनौती से निपटने के लिये पूरी तरह से तैयार हैं.
चीन की हर हरकत पर भारतीय नौसेना की पैनी नजर
एंटी पायरेसी, हाइड्रोग्रफिक रिसर्च और मछली पकड़ने के नाम पर चीन हर जगह एक्टिव है. हिंद महासागर क्षेत्र में साल 2008 के बाद से ही लगातर चीन के 7 से 8 शिप मौजूद रहते हैं. भारतीय नौसेना अपने इलाक़े में निगरानी करने के लिए रॉबस्ट सर्विलांस मेकेनिजम के जरिए उन्हें ट्रैक करती है. उसके लिए आर्टिफिश्यल इंटेलिजेंस, शिप पेट्रोल, एयरक्रफ्ट के अलावा स्पेस सेंटर के ज़रिए उनके जहाजों को ट्रैक करते हैं और ये मॉनिटर करते हैं कि कहीं वो शिप भारतीय एक्सक्लूसिव इकॉनोमिक ज़ोन में अंदर तो कोई ग़ैरक़ानूनी काम को अंजाम नहीं दे रहे है.
हाल के दिनों में बढ़ी चीन की एक्टिविटी पर नौसेना प्रमुख ने कहा, “हम इंडियन ओशन रीजन में होने वाले दूसरे देशों की गतिविधियों पर करीब से नजर बनाए हुए हैं. पीएलए नेवी के वॉर शिप, रिसर्च वेसेल, सैटेलाइट ट्रैकिंग शिप पर नजर बनाए हुए हैं कि वो क्या कर रहे हैं, कब कर रहे हैं और क्यों कर रहे है. चूंकि चीन और पाकिस्तान सामरिक साझेदारी के सबसे बेहतरीन दौर से गुज़र रहा है, लिहाजा इसके वॉरशिप और सबमरीन इंडियन ओशन रीजन से होते हुए कराची तक जाते हैं.
चीनी सबमरीन के पाकिस्तान जाने के सवाल में नौ सेना प्रमुख ने साफ़ किया कि पिछले साल एक चीनी सबमरीन हिंद महासागर क्षेत्र से होते हुए कराची बंदरगाह तक गई थी और फिर वापस लौट गई. सबमरीन को ट्रेक करना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन इसे भारतीय नौसेना की निगरानी ही कहेंगे के समुद्र में मूव कर रही चीनी सबमरीन भी भारतीय नौसेना की नज़र से बच नहीं सकती.
Tags: China, Indian navy, Pakistan newsFIRST PUBLISHED : December 2, 2024, 18:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed