गेहूं और आलू की फसल में कितनी मात्रा में करें DAP का छिड़काव

Use of DAP in Wheat and Potatoes Crop: विकास किशोर ने लोकल 18 बताया कि किसान आलू की फसल की बुवाई करते समय 3 से 4 गुना मात्रा में डीएपी यानि कि डाई अमोनियम फास्फेट का इस्तेमाल करते हैं जो कि बेहद ही खतरनाक है. डीएपी में 18% नाइट्रोजन और 46% फास्फोरस पाया जाता है.

गेहूं और आलू की फसल में कितनी मात्रा में करें DAP का छिड़काव
शाहजहांपुर : किसान फसलों से ज्यादा उत्पादन लेने और मिट्टी की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ज्यादा मात्रा में रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल करने से मृदा स्वास्थ्य बिगड़ सकता है. पैदा होने वाली उपज भी स्वास्थ्य के लिहाज से हानिकारक हो सकती है. ऐसे में जरूरी है कि किसान एक्सपर्ट द्वारा बताई गई मात्रा में ही उर्वरकों का इस्तेमाल करें. जरूरी है कि किसान पहले मृदा परीक्षण कर लें. जिला कृषि अधिकारी विकास किशोर ने लोकल 18 को बताया कि किसान फसलों से ज्यादा उत्पादन लेने के लिए लगातार रासायनिक उर्वरकों पर अपनी निर्भरता को बढ़ा रहे हैं. जिससे पैदा होने वाली उपज तो जहरीली होती है. इसके अलावा मृदा स्वास्थ्य भी बिगड़ रहा है. किसानों की जेब पर अतिरिक्त बोझ भी बढ़ जाता है. रवि सीजन से पहले जरूर करें ये काम विकास किशोर ने बताया कि ऐसे में जरूरी है कि रवि फसलों की बुवाई से पहले मृदा परीक्षण जरूर कराएं, मृदा परीक्षण की रिपोर्ट के आधार पर ही उर्वरकों का इस्तेमाल करें. कोशिश करें कि किसान जैविक खाद जैसे कि हरी खाद या फिर गोबर की सड़ी हुई खाद का इस्तेमाल करें. जिससे किसानों की लागत में कमी आएगी और पैदा होने वाली उपज भी गुणवत्तापूर्ण होगी. 4 गुना तक हो रहा डीएपी का इस्तेमाल विकास किशोर ने लोकल 18 बताया कि किसान आलू की फसल की बुवाई करते समय 3 से 4 गुना मात्रा में डीएपी यानि कि डाई अमोनियम फास्फेट का इस्तेमाल करते हैं जो कि बेहद ही खतरनाक है. डीएपी में 18% नाइट्रोजन और 46% फास्फोरस पाया जाता है. वहीं किसानों को एक्सपर्ट द्वारा गेहूं की फसल की बुवाई के दौरान दो बोरी प्रति हेक्टर के हिसाब से डीएपी का इस्तेमाल करने के सुझाव दिए गए हैं और नाइट्रोजन की पूर्ति के लिए अलग से यूरिया देने को कहा गया है. एक्सपर्ट द्वारा बताई हुई नाइट्रोजन की आधी मात्रा फसल की बुवाई के दौरान और बची हुई यूरिया की मात्रा बुवाई के बाद दो बार देने को कहा जाता है. Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 21, 2024, 13:18 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed