कोरोना के बाद हिल गईं तमाम मजबूत सरकारें लेकिन अकेले Modi लौटकर आए
कोरोना के बाद हिल गईं तमाम मजबूत सरकारें लेकिन अकेले Modi लौटकर आए
कोरोना के बाद जब दुनिया के कई लोकतांत्रिक देशों में सरकारें ढह गईं, तब भारत इकलौता ऐसा देश था, जहां की सरकार फिर से लौटकर आई है. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार सरकार बनी है.
नई दिल्ली, इटली में G7 शिखर सम्मेलन के दौरान जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया की सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था वाले देशों के नेताओं से मिले, तो एक सशक्त भारत की तस्वीर सामने आई. ये भी दिखा कि कोरोना के बाद जब तमाम मजबूत सरकारें हिल गईं. कई ताकतवर नेताओं की कुर्सी खतरे में पड़ती नजर आ रही, तो भारत किस तरह प्रमुख लोकतांत्रिक देशों में अपवाद के रूप में खड़ा है. नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटकर वापस आए. प्रसार भारती के पूर्व सीईओ शशि शेखर ने प्रमुख लोकतांत्रिक देशों का जिक्र करते हुए एक इसके बारे में बताया है. अमेरिका- मौजूदा राष्ट्रपति जो बाडइन 2020 में चुनकर आए थे. तब कोविड का दौर था. जनता ने उन्हें भारी समर्थन दिया था. लेकिन मौजूदा तमाम सर्वेक्षणों में वे पीछे चल रहे हैं. यानी उनके लौटकर सत्ता में आने की संभावना पर सवाल हैं. इंडोनेशिया- पीडीआई-पी का मजबूत गठबंधन राष्ट्रपति चुनावों में ग्रेटर इंडोनेशिया मूवमेंट पार्टी (गेरिन्द्रा) के उम्मीदवार से बड़े अंतर से हार गया. देश के रक्षा मंत्री रहे प्रबोवो सुबिआंतो ने चुनाव में अन्य दलों को करारी शिकस्त दी. ब्राजील-2022 में हुए चुनाव में राष्ट्रपति को पर्याप्त मत नहीं मिले. फिर दूसरी बार चुनाव कराना पड़ा. जापान-वर्तमान पार्टी को सत्ता बचाने के लिए दो बार प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को बदलना पड़ा. जर्मनी- पूर्व चांसलर को 2021 में गद्दी छोड़नी पड़ी क्योंकि उनके नेतृत्व वाले गठबंधन ने सबसे भारी शिकस्त पाई. एक तीसरे पक्ष का नेता उभरकर आया और दो दशकों के बाद सबसे बड़ी पार्टी बनी. थाईलैंड – मौजूदा प्रधानमंत्री को 2023 के आम चुनाव में भारी नुकसान हुआ. बहुत सारी सीटें और मत प्रतिशत विपक्ष को मिला. ब्रिटेन- आम चुनावों से पहले वर्तमान सरकार जनमत सर्वेक्षणों में बुरी तरह से पिछड़ रही है. सरकार बचाने के लिए पार्टी को दो बार प्रधानमंत्री तक बदलना पड़ा. फ्रांस- वर्तमान राष्ट्रपति 2022 में फिर से निर्वाचित हुए, लेकिन उनको भारी बहुमत नहीं मिला. दक्षिण अफ्रीका – 30 साल तक सरकार चलाने के बाद वहां की ANC पार्टी को बहुमत नहीं मिला. गठबंधन की आस लगी है. इटली – 2022 में हुए चुनाव में सरकार बाहर हो गई. विपक्षी गठबंधन को बहुमत मिला. कोलंबिया- 2022 में यहां भी तत्कालीन सरकार राष्ट्रपति चुनाव हार गई. विपक्षी वामपंथी उम्मीदवार पहली बार जीतने में सफल रहा. दक्षिण कोरिया- तत्कालीन सरकार को गद्दी छोड़नी पड़ी, क्योंकि जनता ने उन्हें नकार दिया और विपक्ष को चुना. स्पेन – यहां भी सरकार 2023 के आम चुनावों में बाहर हो गई. सीटों और वोट शेयर में भी पार्टी दूसरे नंबर पर रही.
Tags: Narendra modiFIRST PUBLISHED : June 14, 2024, 22:45 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed