राजेंद्र नगर हादसे के बाद ये क्या हुआ दिल्ली में मनमानी पर लाइब्रेरी मालिक
राजेंद्र नगर हादसे के बाद ये क्या हुआ दिल्ली में मनमानी पर लाइब्रेरी मालिक
दिल्ली के पुराने राजेंद्र नगर में हुए हादसे के बाद जहां सरकार और एमसीडी के एक्शन से बेसमेंट में लाइब्रेरी तो बंद कर दी गई हैं, लेकिन इसकी वजह से नीट पीजी या अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों की मुसीबत बढ़ गई है. बची हुई लाइब्रेरी मालिकों ने फीस बढ़ा दी है.
हाल ही में दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में राव स्टडी सर्कल की बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में यूपीएससी की तैयारी करने वाले 3 छात्रों की मौत हो गई थी. दिल्ली में बारिश के बाद अचानक बेसमेंट में सड़क और सीवर का पानी भरने से ये छात्र डूब गए थे. इस घटना के बाद भले ही दिल्ली की सिविक बॉडीज से लेकर कोर्ट और सरकार तक एक्शन में हैं, लेकिन इस हादसे से सिर्फ राजेंद्र नगर ही नहीं बल्कि दिल्ली के और इलाकों में अलर्ट के अलावा एक और मुसीबत पैदा हो गई है.
बेसमेंट में लाइब्रेरीज सिर्फ ओल्ड राजेंद्र नगर में ही नहीं चलतीं, बल्कि डॉक्टरों का हब कहे जाने वाले गौतम नगर में भी चलती हैं. एम्स के आसपास वाले रिहाइशी इलाके गौतम नगर में करीब 60 फीसदी लाइब्रेरीज बेसमेंट में ही चलती थीं लेकिन प्रशासन के डंडे के डर से ये बेसमेंट में चलने वाली लाइब्रेरीज तो बंद कर दी गईं लेकिन इनकी मनमानी से डॉक्टरों के लिए कई बड़ी परेशानियां पैदा हो गई हैं.
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फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन के फाउंडर और चीफ एडवाइजर डॉ. मनीष जांगड़ा ने jharkhabar.comhindi को बताया कि गौतम नगर के पास एम्स और सफदरजंग अस्पताल होने के चलते ज्यादातर डॉक्टर इसी इलाके में रहते हैं. इनमें से अधिकांश डॉक्टर किसी न किसी एग्जाम की तैयारी कर रहे होते हैं और इसलिए लाइब्रेरी में जाकर पढ़ाई करते हैं लेकिन राजेंद्र नगर की घटना के बाद गौतम नगर में बेसमेंट की लाइब्रेरीज पर तो ताला लटक गया है लेकिन अपर ग्राउंड फ्लोर, ग्राउंड फ्लोर या ऊपरी मंजिलों पर बनी लाइब्रेरीज के संचालकों ने रेट बढ़ा दिए हैं. इन लाइब्रेरीज की फीस दोगुनी से ढ़ाई गुने तक कर दी है.
दो हजार से बढ़ाकर इतनी कर दी फीस
गंगाराम अस्पताल में मेडिसिन विभाग में डॉक्टर और फेमा के के ज्वॉइंट सेक्रेटरी डॉ. बिभु आनंद ने बताया कि यहां सामान्य लाइब्रेरी की फीस 2 हजार रुपये प्रति महीने थी, लेकिन राजेंद्र नगर की घटना के बाद यहां लाइब्रेरी की फीस 4 से 5 हजार रुपये हो गई है. ऐसे में नीट पीजी, फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट का एग्जाम या अन्य परीक्षाओं की तैयारी में लगे डॉक्टरों की जेब पर एक्स्ट्रा बोझ पड़ गया है.
वापस नहीं मिल रही एडवांस फीस
डॉ. आनंद ने बताया कि राजेंद्र नगर में हुई लाइब्रेरीज की सीलिंग के बाद अचानक देखा जा रहा है कि गौतम नगर में बेसमेंट में चलने वाली लाइब्रेरीज पर ताले लटक गए हैं, लाइब्रेरी लिखे हुए होर्डिंग हटा दिए गए हैं. कहीं कहीं जहां लाइब्रेरी लिखा हुआ था वहां व्हाइट पेंट से उसे पोत दिया गया है, साथ ही लाइब्रेरी संचालकों ने फोन उठाना तक बंद दिया है. जिन लोगों ने एडवांस में कई महीने की फीस जमा करा दी है, उसे वापस नहीं कर रहे हैं.
11 अगस्त को परीक्षा, क्या करें छात्र
डॉ. मनीष जांगड़ा ने कहा कि गौतम नगर में छोटे-छोटे कमरों में कई- कई डॉक्टर रहते हैं, ऐसे में एकांत में शांति से पढ़ाई के लिए लाइब्रेरी जाना ही पड़ता है. यहां करीब 8 से 10 हजार छात्र इन लाइब्रेरीज में पढ़ाई करने जाते हैं. 11 अगस्त को नीट पीजी की परीक्षा भी है, ऐसे में ज्यादातर लाइब्रेरीज के बंद होने और बची लाइब्रेरीज की फीस ज्यादा होने और लंबी वेटिंग होने से छात्रों के सामने बड़ी मुसीबत पैदा हो गई है.
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Tags: Aiims delhi, Delhi newsFIRST PUBLISHED : August 1, 2024, 20:00 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed