US का दोस्त तानाशाह का दुश्मनउथल-पुथल वाले साउथ कोरिया को कितना जानते हैं
US का दोस्त तानाशाह का दुश्मनउथल-पुथल वाले साउथ कोरिया को कितना जानते हैं
South Korea News: साउथ कोरिया में अभी उथल-पुथल जारी है. राष्ट्रपति के कार्यालय पर आज रेड पड़ी, उधर पूर्व रक्षा मंत्री ने इस्तीफा देकर आत्महत्या करने की कोशिश की. साउथ कोरिया अभी राजनीतिक संकट से गुजर रहा है. चलिए उस साउत कोरिया को जानते हैं.
नई दिल्ली: एशिया का वह देश, जहां बीते दिनों खलबली मच गई. अचानक राष्ट्रपति ने मार्शल लॉ का ऐलान कर दिया. रातों-रात अफरातफरी मची. आनन-फानन में संसद में सांसद जुटे. फिर सबने मिलकर एक प्रस्ताव से राष्ट्रपति के फैसले को पलट दिया. मजबूर होकर राष्ट्रपति को मार्शल लॉ वाला फैसला वापस लेना पड़ा. मगर उस देश में उथल-पुथल अब भी खत्म नहीं हुई है. आज यानी बुधवार को तो राष्ट्रपति के दफ्तर में रेड ही पड़ गई. उस देश का नाम है साउथ कोरिया यानी दक्षिण कोरिया. जी हां, साउथ कोरिया एशियाई महाद्वीप का वह देश है जो कोरियाई प्रायद्वीप के साउथ भाग में बसा है. ‘मार्शल लॉ’ लागू करने के आरोप में साउथ कोरिया यानी दक्षिण कोरिया के पूर्व रक्षा मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा. उसके बाद उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के बाद उन्होंने आत्महत्या की कोशिश की. आज इस खबर में हम साउथ कोरिया के बारे में जानने की कोशिश करेंगे.
दरअसल, साउथ कोरिया भले ही ताकतवर और उन्नत देश है, मगर वह अक्सर डेंजर जोन में रहता है. उसके ऊपर अमेरिका का हाथ है. यही वजह है कि वह अब तक सुरक्षित है. वरना पड़ोसी देश उत्तर कोरिया उस पर कबका हमला कर चुका होता है. तानाशाह किम जोंग उन बार-बार साउथ कोरिया को धमकाता रहता है. कभी बलून से कचरा भेजता है तो कभी उसके पास बैलेस्टिक मिसाइल का टेस्ट कर धमकाता रहता है. हालांकि, साउथ कोरिया के साथ उसका दोस्त अमेरिका खड़ा रहता है. इसकी वजह से ही साउथ कोरिया पर चाह कर भी तानाशाह हमला नहीं कर पाता. साउथ कोरिया को शांत सुबहकी भूमि के नाम से जाना जाता है और उसकी राजदानी सियोल है.
साउथ कोरिया कोई पिछड़ा देश नहीं है. वह तकनीक और विज्ञान के क्षेत्र में काफी आगे है. उसकी अर्थव्यवस्था भी काभी बेहतर है. इसकी सीमा नॉर्थ कोरिया, चीन और रूस से मिलती है. साउथ कोरिया की आबादी 5,16,95,138 है. यानी ऐसे तीन साउथ कोरिया को मिला दे तो उत्तर प्रदेश की आबादी हो जाएगी. साउथ कोरिया की घटती आबादी चिंता का विषय है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि तेजी से कम हो रही आबादी खतरे की घंटी है. अगर सरकार प्रभावी कदम नहीं उठाती है तो 75 साल में साउथ कोरिया की करीब 70 फीसदी आबादी खत्म हो जाएगी. अभी साउथ कोरिया की आबादी करीब 5 करोड़ है. मगर यही पैटर्न रहा तो यह आबादी 2067 तक घटकर करीब ढाई से तीन करोड़ रह जाएगी.
भले ही इस देश की आबादी कम है, मगर साउथ कोरिया विकसित देश है. साउथ कोरिया दुनिया की 13वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. यह देश तकनीक, ऑटोमोबाइल, और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में बहुत आगे है. सैमसंग, एलजी, और हुंडई जैसे फेमस ब्रांड साउथ कोरिया से हैं. साउथ कोरिया में राष्ट्रपति ही सर्वेसर्वा होता है. यहां ईसाई और बौद्ध धर्म के लोग रहते हैं. यह देश अपने बेस्ट एजुकेशन सिस्टम के लिए भी दुनिया में जाना जाता है. यह देश उम्र को लेकर भी दुनिया से अलग है. यहां कोई बच्चा जैसे ही जन्म लेता है, वह एक साल का हो जाता है. वहां इसके अपने कई मानके हैं. हर साल 1 जनवरी को किसी की उम्र में एक साल का इजाफा हो जाता है.
अभी साउथ कोरिया में क्या हुआ?
राष्ट्रपति यून सूक योल ने पिछले सप्ताह देश में मार्शल लॉ लागू किया था. इसके एक हफ्ते बाद पुलिस ने राष्ट्रपति कार्यालय पर छापा मारा. बुधवार को जब छापेमारी हुई तो यून राष्ट्रपति कार्यालय भवन में मौजूद नहीं थे. राष्ट्रपति यून और उनके सहयोगी वर्तमान में विद्रोह के आरोपों का सामना कर रहे हैं.। राष्ट्रपति सहित से कई पर यात्रा प्रतिबंध लगा दिया गया है. दक्षिण कोरिया राजनीतिक उथल पुथल के दौर से गुजर रहा है. दरअसल राष्ट्रपति यून सूक योल ने मंगलवार (03 दिसंबर) रात को आपातकालीन मार्शल लॉ की घोषणा की, लेकिन बुधवार को संसद द्वारा इसके खिलाफ मतदान किए जाने के बाद इसे निरस्त कर दिया गया. मार्शल लॉ कुछ घंटों के लिए ही लागू रहा. हालांकि चंद घटों के लिए लागू हुए मार्शल लॉ ने देश की राजनीति को हिला कर रख दिया. यून के मार्शल लॉ लगाने के कदम की विपक्षी पार्टियों के साथ ही सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी ने भी आलोचना की. पुलिस ने रविवार को पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून को गिरफ्तार कर लिया. किम ने राष्ट्रपति यून सुक येओल को मार्शल लॉ लागू करने का सुझाव दिया था. मार्शल लॉ हटन के बाद किम ने इस्तीफा दे दिया था, जिसे राष्ट्रपति ने गुरुवार को स्वीकार कर लिया.
Tags: South korea, World newsFIRST PUBLISHED : December 11, 2024, 14:53 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed