अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जनपद के गभाना तहसील क्षेत्र के गांव बरका के पास मध्य गंग नहर की पटरी अचानक टूट गई, जिससे लगभग ढाई हजार बीघा फसल जलमग्न हो गई. यह घटना लगभग चार बजे के करीब हुई, और इससे आधा दर्जन गांवों के किसान प्रभावित हुए. धान, ज्वार, बाजरा और मक्का की फसलों को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा है. सिंचाई विभाग के कर्मचारी पटरी को ठीक करने में जुटे रहे, लेकिन पानी के तेज बहाव के कारण 12 घंटे बाद भी स्थिति नियंत्रण में नहीं आ सकी.
सुबह लगभग पांच बजे गांव के किसान डंकल सिंह के खेत के पास पटरी टूट गई. जब किसान सुबह अपने खेतों पर पहुंचे और कटी हुई पटरी देखी, तो उनके होश उड़ गए. पानी का बहाव इतना तेज था कि आसपास के खेतों और सड़कों तक पानी भर गया. सूचना मिलने पर आस-पास के ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए.
मुआवजा दिलाने का आश्वासन
पानी का बहाव बहुत तेज होने से बरका, उदयपुर, उटवारा, जरारा सहित कई गांवों के खेतों में पानी भर गया, जिससे धान, मक्का, ज्वार, बाजरा जैसी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा. पूर्व विधायक दलवीर सिंह के पौत्र विजय कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचकर किसानों से बातचीत की और उन्हें मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया.
धान की फसल पूरी तरह से डूब गई
गांव बरका के किसान सुभाष कुमार सिंह ने बताया कि नहर की पटरी टूटने से उनकी धान की फसल पूरी तरह से डूब गई, जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ है. वहीं, गांव उदयपुर के किसान सुखदेवी और मांगे सिंह का कहना है कि उनकी धान की फसल भी पूरी तरह बर्बाद हो गई है. पट्टे पर लेकर की गई खेती भी अब पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है. फिलहाल, इस घटना पर प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिली है.
Tags: Agriculture, Local18FIRST PUBLISHED : August 14, 2024, 10:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed