ना भाला के पैसे न भेजने का फंड मेहनत के आगे झुकी किस्मत खरा सोना बन गए नदीम
ना भाला के पैसे न भेजने का फंड मेहनत के आगे झुकी किस्मत खरा सोना बन गए नदीम
पाकिस्तान के पंजाब के खानेवाल गांव के रहने वाले 27 साल के नदीम ने शुक्रवार की आधी रात को ओलिंपिक में जैवलिन थ्रो में स्वर्ण पदक जीत कर इतिहास रच दिया. पाकिस्तान के लिए इससे फक्र की बात क्या हो सकती है? 6 फीट 3 इंच के नदीम ने अपने 92.97 मीटर भाला फेंक कर आपना पिछला 90.57 मीटर का रिकॉर्ड तोड़ दिया.
पेरिस. पाकिस्तान पिछले 1 साल से आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा था। पेरिस में होने वाले 2024 के ओलंपिक में जैवलिन थ्रो में पाकिस्तान को अपने 7 एथलीट भेजने थे। लेकिन, पाकिस्तान के खेल मंत्रालय के पास इतने पैसे नहीं थे कि सभी को भेज सके. अब ये तय होना था कि आखिर किस एथलीट को सरकार के फंड से पेरिस ओलंपिक में भाग लेने भेजा जाए? उन एथलीटों नाजिम और उनके कोच किस्मत वाले थे जिनको पाकिस्तान सरकार ने फंडिंग किया और उनको पेरिस ओलंपिक 2024 में भेजा.
पाकिस्तान के पंजाब के खानेवाल गांव के रहने वाले 27 साल के नदीम ने शुक्रवार की आधी रात को ओलिंपिक में जैवलिन थ्रो में स्वर्ण पदक जीत कर इतिहास रच दिया. पाकिस्तान के लिए इससे फक्र की बात क्या हो सकती है? 6 फीट 3 इंच के नदीम ने अपने 92.97 मीटर भाला फेंक कर आपना पिछला 90.57 मीटर का रिकॉर्ड तोड़ दिया. नदीम ने अपने चिर प्रतिद्वंद्वी और दोस्त भारत के नीरज चोपड़ा को फाइनल मैच में हरा करके गोल्ड मेडल जीता.
पिछली बार टोक्यो ओलंपिक 2020 के चैंपियन और गोल्ड मेडलिस्ट भारत के 26 साल के नीरज चोपड़ा ने पहले ओलंपिक में 89.45 मीटर का भला फेंकते हुए अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया. नीरज उन्हें सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा. मालूम हो कि नीरज ने अपने कैरियर में अभी तक 90 मीटर का आंकड़ा नहीं पार किया है.
FIRST PUBLISHED : August 9, 2024, 07:28 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed