Opinion: वैश्विक अस्थिरता के झंझावात के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था में दिख रही है मजबूती

5 नवम्बर को तुलसी विवाह के साथ दिवाली त्यौहार का सीजन संपन्न होगा और देश भर के व्यापारियों को बड़ी उम्मीद है की अभी दिवाली त्यौहार के बचे हुए दिनों में भी बिक्री में बेहद वृद्धि होगी.

Opinion: वैश्विक अस्थिरता के झंझावात के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था में दिख रही है मजबूती
देश भर के बाज़ारों में त्योहारो के मौसम में ग्राहकों की उमड़ी भीड़ और भारतीय सामान खरीदने की उत्सुकता का आंकलन इस बात की पुष्टि करता है कि दो वर्ष कोरोना के कारण बाज़ार से दूर रहने वाले ग्राहक अब फिर वापिस बाज़ार में पूरे जोर शोर से आ गए हैं. विश्व में जहां कई अर्थव्यवस्था कमजोर होती जा रही है वहीं भारतीय अर्थव्यवस्था पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है. कन्‍फेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने एक आकलन किया कि इस वर्ष दिवाली त्यौहार की बिक्री का आंकड़ा 1 लाख 50 हजार करोड़ के पार होगा. इसमें ख़ास बात यह है कि पीएम नरेंद्र मोदी की अपील के बाद देश भर के बाज़ारों में भारतीय सामान को ही खरीदने की प्रमुखता दी जा रही है. एक अनुमान के अनुसार इस कारण चीन को इस वर्ष दिवाली से संबंधित सामान की 75 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होगा. सोने चांदी की बिक्री भी रिकॉर्ड स्तर पर इस दीपावली के सीजन में भारतीय स्वर्ण उद्योग भी कोरोना संकट से पूरी तरह उबर चुका है. भारत में सोने की मांग अपने उच्चतम स्तर पर आ गई है. आर्थिक गतिविधियों में जोरदार उछाल और उपभोक्ता मांग में सुधार के बाद जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की सोने की मांग में सालाना आधार पर घरेलू बाजार में 80% तक की बढ़ोतरी हुई है. ऑल इंडिया ज्वेलर्स और गोल्डस्मिथ फेडरेशन के अध्यक्ष पंकज अरोरा का कहना है कि 2021 के मुकाबले 2022 में भारत में स्वर्ण आयात लगभग 11.72% की कमी आयी है. पिछले वर्ष जहां भारत में पहली छमाही में 346.38 टन सोना आयात किया गया जो अबकी 308.78 टन रह गया जिसकी भरपाई कोरोना काल से उत्पन्न संकट के रिजर्व स्टॉक से की गई. वहीं देश भर में बड़ी मात्रा में लोगो ने पुराने गहने देकर नए गहने, जिन्हे रीसायकल होल्ड भी कहा जाता है, बनवाये हैं और पिछले दो वर्षों के स्टॉक की भी बिक्री बड़ी मात्रा में हुई है.एक अनुमान के मुताबिक दो दिन के धनतेरस त्यौहार के चलते देश भर में लगभग 25 हजार करोड़ रुपये के सोने चांदी एवं डायमंड जिसमे गहनों के साथ ही सोने-चांदी के सिक्के, नोट, मूर्तियां और बर्तन की बड़ी बिक्री हुई है. इन सेक्टर में भी लोगों ने की खरीदारी एक अनुमान के अनुसार ज्वेलरी के अलावा धनतेरस के दो दिनों में ऑटोमोबाइल सेक्टर में लगभग 6 हजार करोड़, फर्नीचर में लगभग 1500 करोड़, कंप्यूटर एवं कंप्यूटर से संबंधित सामानों में लगभग 2500 करोड़, एफएमसीजी में लगभग 3 हजार करोड़, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान में लगभग 1 हजार करोड़, स्टेनलेस स्टील, एल्युमीनियम और पीतल के बर्तनों में लगभग 500 करोड़, किचन के उपकरण और किचन के अन्य सामन में लगभग 700 करोड़, टेक्सटाइल, रेडीमेड गारमेंट और फैशन के कपडे में लगभग 1500 करोड़ का व्यापार हुआ है, जबकि दिवाली पूजा का सामान, घर एवं ऑफिस की साज सज्जा, बिजली एवं बिजली के उपकरण, स्टेशनरी, बिल्डर हार्डवेयर, लकड़ी और प्लाईवुड आदि में भी काफी बड़ा व्यापार हुआ है. 5 नवम्बर को तुलसी विवाह के साथ दिवाली त्यौहार का सीजन संपन्न होगा और देश भर के व्यापारियों को बड़ी उम्मीद है की अभी दिवाली त्यौहार के बचे हुए दिनों में भी बिक्री में बेहद वृद्धि होगी. रियल स्टेट में भी लोग दिखा रहे हैं दिलचस्पी दीपावली त्योहार के दौरान लोगों ने रियल स्टेट क्षेत्र में भी काफी दिलचस्पी दिखाई है. रियल स्टेट से जुड़े अमर सरीन का कहना है कि नवरात्र से लेकर के दीपावली के त्योहारों के दौरान घर खरीदना और गृह प्रवेश करना काफी शुभ माना जाता है और इस साल लोगों ने अपनी सपनों के घर में काफी निवेश किया. TARC के अमर सरीन का कहना है कि लोगों ने इस बार लग्जरी सेगमेंट में काफी उत्सुकता दिखाई है. इसके अंतर्गत लोग अपने लाइफ स्टाइल को बेहतर और आरामदायक बनाने के लिए निवेश करने में काफी उत्सुकता दिखा रहे हैं. सरीन का मानना है कि यह अर्थव्यवस्था की मजबूती को दर्शाता है. (डिस्‍क्‍लेमर- ये लेखक के निजी विचार हैं)  ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: EconomyFIRST PUBLISHED : October 28, 2022, 16:16 IST