सिर्फ 5 फीसदी ह‍िन्‍दू वोट औरशुभेंदु अध‍िकारी ने आख‍िर क्‍यों कहा ऐसा

बंगाल बीजेपी नेता शुभेंदु अध‍िकारी के एक और बयान से विवाद छिड़ गया है. अब उन्‍होंने हिन्‍दू वोटों को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिस पर टीएमसी ने उन्‍हें घेर ल‍िया है.

सिर्फ 5 फीसदी ह‍िन्‍दू वोट औरशुभेंदु अध‍िकारी ने आख‍िर क्‍यों कहा ऐसा
हाल ही में ‘सबका साथ, सबका विकास’ की जगह ‘जो हमारे साथ हम उनके साथ’ की नीति अपनाने का बयान देकर विवादों में घिरे शुभेंदु अधिकारी ने एक बार फिर ऐसी ही बात कहकर विवाद छेड़ दिया है. हल्दिया में पार्टी की बैठक में शुवेंदु अध‍िकारी के मुंह से हिंदू वोटों में बढ़ोतरी की बात सुनी गई, जिस पर फ‍िर संग्राम छिड़ गया. बंगाल बीजेपी के बड़े नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा, मुसलमान बीजेपी को हिंदुओं की पार्टी कहते हैं, 95 फीसदी वोट ममता बनर्जी को देते हैं, और अगर मैं कहूं कि अगले विधानसभा चुनाव में पांच फीसदी हिन्दू वोट बढ़ाकर हम सरकार सरकार बना सकते हैं तो इसमें ग़लत क्या कहा मैंने! इससे पहले भी शुभेंदु अध‍िकारी ह‍िन्‍दू वोटों को एकजुट करने की बात कह चुके हैं. जान‍िए पहले क्‍या कहा… शुभेंदु अधिकारी ने 17 जुलाई को कहा था कि हमें ‘सबका साथ और सबका विकास’ की बात करने की जरूरत नहीं है. हम तय करेंगे कि जो हमारा साथ देगा..हम भी उसका साथ देंगे. उन्होंने कहा था कि हमें अल्पसंख्यक मोर्चा की भी जरूरत नहीं है, इसे बंद कर देना चाहिए. बंगाल बीजेपी अध्‍यक्ष सुकांत मजुमदार ने इस बारे में कहा कि हम उन्हीं वोटरों को अधिक महत्व देंगे जो हमें वोट देते हैं. उसमें हिन्दू मुस्लिम कुछ नहीं होता है. इसपर टीएमसी ने पलटवार क‍िया. टीएमसी नेता सौगत रॉय ने कहा कि शुभेंदु अधिकारी पागलों जैसी बातें कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव के बाद आए अजीब बयान पश्च‍िम बंगाल में जब से बीजेपी लोकसभा चुनाव हारी है, तब से वहां के नेता अजीबोगरीब बयान दे रहे हैं. उनका आरोप है क‍ि मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी माइनॉरिटीज के तुष्‍ट‍िकरण की नीत‍ि अपना रही हैं, जिसकी वजह से बीजेपी को नुकसान है. हालांकि, इन सबके बीच पार्टी में गुटबाजी भी नजर आती है. कुछ दिनों पहले बंगाल बीजेपी के पूर्व अध्‍यक्ष दिलीप घोष ने कह दिया था क‍ि पार्टी आंदोलन अच्‍छा खड़ा कर लेती है, लेकिन उसके पास वोट बटोरने वाली चाबी कहीं खो गई है. Tags: Suvendu Adhikari, West Bengal BJPFIRST PUBLISHED : July 28, 2024, 21:50 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed