शेख हसीना ने कहां से की पढ़ाई कैसे बन गईं नेता कितनी भाषाओं की हैं जानकार

Bangladesh Crisis, Sheikh Hasina Education: भारत के पड़ोसी मुल्‍क बांग्‍लादेश में हिंसा का माहौल है. यहां पर शेख हसीना सरकार का तख्‍तापलट हो गया. बांग्‍लादेश की प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना ने अपने पद से इस्‍तीफा देने के बाद भारत आकर शरण ली है. आइए जानते हैं कि उन्‍होंने कहां से पढ़ाई की.

शेख हसीना ने कहां से की पढ़ाई कैसे बन गईं नेता कितनी भाषाओं की हैं जानकार
Sheikh Hasina Education: पांच बार बांग्‍लादेश की प्रधानमंत्री रहने वाली शेख हसीना को लेकर तरह तरह की बातें हो रही हैं. आरक्षण को लेकर बांग्‍लादेश के कॉलेज और स्टूडेंट्स के विरोध से उठी एक चिंगारी ने पूरे देश का माहौल बदलकर रख दिया. हालांकि दिलचस्‍प बात यह है कि शेख हसीना ने भी कभी कॉलेज की राजनीति से ही अपने करियर की शुरूआत की थी. ऐसे में आइए हम आपको बतो हैं कि आखिर शेख हसीना ने किस कॉलेज से पढ़ाई की और कौन सी डिग्री ली? 1947 में हुआ शेख हसीना का जन्‍म बांग्‍लादेश की पीएम रहीं शेख हसीना का जन्‍म 28 सितंबर, 1947 को हुआ था. वह पूर्वी बंगाल के तुंगीपारा के बंगाली मुस्‍लिम शेख परिवार में जन्‍मीं. ऐसा नहीं कि शेख हसीना का ही राजनीति से ताल्‍लुक रहा हो, बल्‍कि उनके पिता शेख मुजीबुर रहमान थे. मुजीबर रहमान वह व्‍यक्‍ति थे, जिन्‍होंने बांग्‍लादेश को पाकिस्‍तान से आजाद कराने में अहम भूमिका निभाई थी. उन्‍हें बांग्‍लादेश में आजादी आंदोलन का नेता माना जाता था. वह देश के पहले राष्ट्रपति भी बने थे. ढाका में हुई शुरुआती पढ़ाई शेख हसीना की शुरुआती पढ़ाई लिखाई ढाका में हुई. यहां के शेर ए बांग्‍ला गर्ल्‍स स्‍कूल में उन्‍होंने अपनी पढाई पूरी की. हालांकि आगे की पढ़ाई के लिए उनका दाखिला अजीमपुर गर्ल्‍स हाई स्‍कूल में कराया गया. बेगम बदरुन्नसा गर्ल्स कॉलेज में भी उनकी पढ़ाई हुई. इसके बाद हायर एजुकेशन के लिए उन्‍होंने ढाका यूनिवर्सिटी के ईडन महिला कॉलेज में एडमिशन हुआ यहां से उन्‍होंने अपना ग्रेजुएशन पूरा किया. और ऐसे नेता बन गईं शेख हसीना ऐसा नहीं कि शेख हसीना बाद में नेतागिरी में उतरीं. घर के राजनीतिक माहौल का असर कहिए या उनकी मेहनत. शेख हसीना जब 1966 और 1967 के बीच ईडन कॉलेज में पढ़ रही थीं. यहीं से उन्‍होंने राजनीति में कदम रख दिए. वह कॉलेज की छात्र राजनीति में सक्रिय हो गईं. यहां उन्‍हें छात्र संघ का उपाध्यक्ष चुना गया. बस यहीं से उनके राजनीतिक जीवन का आगाज हो गया. बाद में शेख हसीना ने राजनीतिक पार्टी अवामी लीग की स्थापना की. साल 1981 में वह ‘अवामी लीग पार्टी’ की अध्‍यक्ष चुनी गईं. ठीक दस साल बाद 1991 में वह विपक्ष की नेता बन गईं. कब-कब बनीं प्रधानमंत्री वर्ष 1996 में शेख हसीना पहली बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री बनीं. उन्‍होंने बांग्‍लादेश की दूसरी महिला प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लिया. साल 2001 में वह चुनाव हार गईं और सात सालों तक वह विपक्ष में रहीं. समय बदला और वर्ष 2009 में शेख हसीना एक बार फिर से प्रधानमंत्री बन गईं. इसके बाद वह अभी तक लगातार चौथी बार प्रधानमंत्री थीं. कुल मिलाकर वह बांग्‍लादेश की पांच बार प्रधानमंत्री रहीं. Current Affairs: UPSC वाले जान लें शेख हसीना को क्‍यों छोड़कर भागना पड़ा बांग्‍लादेश, पढ़ें 10 बातें तीन भाषाओं की जानकार हैं शेख हसीना शेख हसीना तीन भाषाओं की जानकार हैं जहां उन्‍हें बांग्‍ला भाषा आती है, वहीं उनकी इंग्लिश और हिन्‍दी पर भी अच्‍छी पकड़ है. शेख हसीना ने ढाका विश्वविद्यालय में बंगाली साहित्य का भी अध्ययन किया. यहां से उन्होंने 1973 में स्नातक की डिग्री हासिल की. Tags: Bangladesh, Bangladesh news, Bangladesh PM Sheikh Hasina, Sheikh hasinaFIRST PUBLISHED : August 6, 2024, 14:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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