रिपोर्ट सौरभ वर्मा/रायबरेली: झमाझम हुई बारिश के साथ ही मानसून ने दस्तक दे दी है. मानसून की बारिश फसलों के लिए उत्तम उत्पादन का पैगाम लेकर आती है. परंतु कुछ फसलें यानी की बागवानी की फसलों पर मानसून की बारिश का काफी बुरा प्रभाव पड़ता है. जैसे केले, नींबू के साथ ही कई सब्जियों पर और उड़द व मूंग पर भी अधिक बारिश का असर पड़ता है.
बारिश में फसल उगाते वक्त कैसे रखें ध्यान
आपको बताते चलें कि हमारे देश में खेती किसानी अधिकतर मौसम पर निर्भर रहती है. यही वजह है की मौसम की अनिश्चितताओं के कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है. तो ऐसे में किसानों को कृषि विशेषज्ञ की यह सलाह जानना बेहद जरूरी है. जिससे वह बारिश के मौसम में अपनी फसलों को बचा सके. तो आइए कृषि विशेषज्ञ से जानते हैं बरसात के सीजन में फसलों के रखरखाव के बारे में.
रायबरेली के राजकीय कृषि केंद्र शिवगढ़ के प्रभारी अधिकारी कृषि शिव शंकर वर्मा बताते हैं कि जून जुलाई का महीना खरीफ की सीजन का मुख्य समय माना जाता है. इस मौसम में धान की फसल की खेती किसान बड़े स्तर पर करते हैं. इसी समय मानसून भी आ जाता है. जो धान की फसल के लिए तो फायदेमंद होता है. लेकिन इस सीजन में होने वाली कई अन्य फसलों को यह नुकसान पहुंचाता है.
फसल लगाते वक्त इन बातों का रखें ख्याल
शिव शंकर वर्मा बताते हैं कि इस मौसम में फसलों को बारिश से बचाने के लिए खेतों में जल निकासी की उचित व्यवस्था करनी चाहिए. जिससे फसल के सड़ने या गलने का खतरा न रहे. अधिक बारिश वाले क्षेत्र में किसान फल और सब्जियों की बागवानी की खेती करने से बचें. सब्जियों की खेती करें जिनमें पानी की जरूरत ज्यादा हो. मानसून के मौसम में अधिक बारिश होने पर फफूंद और विषाणु जनित रोग फैलने का खतरा ज्यादा रहता है इसीलिए समय-समय पर कृषि विशेषज्ञ की सलाह पर जैविक कीटनाशक एवं फफूंद नाशक का प्रयोग फसलों पर करते रहें.
फसलों को बचाने ते लिए नीम करें इस्तेमाल
साथ ही इस मौसम में सफेद मक्खी का प्रकोप फसलों पर ज्यादा देखने को मिलता है.इससे बचाव के लिए किसान 5 किलो नीम की खली का पानी घोल बनाकर फसल पर छिड़काव करें. बारिश के मौसम में अधिक उत्पादन के लिए किस ग्रीनहाउस या पाली हाउस बनाकर खेती करें. इससे उन्हें इस मौसम में भी अधिक उत्पादन मिलेगा और मुनाफा बढ़ेगा.
Tags: Agriculture, Local18FIRST PUBLISHED : June 21, 2024, 17:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed