मुझे तो अपनों ने घेरा दुबे और धनखड़ के निशाने पर शिवराज सिंह चौहान
मुझे तो अपनों ने घेरा दुबे और धनखड़ के निशाने पर शिवराज सिंह चौहान
नेताओं और मंत्रियों पर विपक्ष तो अक्सर सवाल दागते रहता है लेकिन, जब अपनों की तरफ से कुछ ऐसे सवाल आ जाते हैं तो स्थिति असहज हो जाती है. ऐसा ही कुछ मंगलवार को कृषि में शिवराज सिंह चौहान के सामने घटित हुआ.
मधुर और मिलनसार व्यवहार के लिए पहचाने जाने वाले केंद्रीय कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को अपनों के निशाने पर आ गए. पहले तो लोकसभा में उन्हें उनकी अपनी ही पार्टी के एक ने सांसद सवालों की बौछार से घायल कर दिया, फिर शाम होते-होते उपराष्ट्रपति जगदीप घनखड़ ने उनको कटघरे में खड़ा कर दिया. दरअसल, लंबे समय तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह को उनके राज्य में कृषि क्षेत्र में शानदार सुधार का श्रेय दिया जाता है. उनके कार्यकाल में मध्य प्रदेश ने कृषि के क्षेत्र मे काफी विकास किया. अब वह केंद्र की पीएम मोदी की सरकार में दो अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. उनके पास ग्रामीण विकास मंत्रालय और कृषि मंत्रायल है. इस बीच, दिल्ली की सीमा पर एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर किसान डेरा डालने लगे हैं.
ऐसे में मंगलवार को लोकसभा में खेती-किसानी और ग्रामीण विकास से जुड़े कई सवाल आए जिस पर कृषि मंत्री को जवाब देने पड़े. इस दौरान कृषि मंत्री को विपक्षी सांसदों के सवालों का तो सामना करना ही पड़ा उन्हें उनके अपनों ने भी घेर लिया. सदन से बाहर राज्यसभा के चेयरमैन जगदीप धनखड़ ने एक कार्यक्रम में कृषि मंत्री पर सवालों की बौछार कर दी.
उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री जी, एक-एक पल आपका भारी है. मेरा आप से आग्रह है कि कृपया करके मुझे बताइये कि किसानों से क्या वादा किया गया था? उनसे किया गया वादा क्यों नहीं निभाया गया? वादा निभाने के लिए हम क्या कर रहे हैं? गत वर्ष भी आंदोलन था, इस वर्ष भी आंदोलन हो रहा है. कालचक्र घूम रहा है, हम कुछ कर नहीं रहे हैं. पहली बार मैंने भारत को बदलते हुए देखा है. पहली बार मैं महसूस कर रहा हूं कि विकसित भारत हमारा सपना नहीं लक्ष्य है. दुनिया में भारत कभी इतनी बुलंदी पर नहीं था. जब ऐसा हो रहा है तो मेरा किसान परेशान और पीड़ित क्यों है? किसान अकेला है जो असहाय है. उप राष्ट्रपति ने एक कार्यक्रम में शिवराज सिंह चौहान पर सवालों की बौछार कर दी.
लोकसभा में सवाल
उससे पहले लोकसभा में शिवराज सिंह चौहान को उनकी अपनी पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने घेर लिया. दरअसल, लोकसभा में चौहान ने कहा कि पश्चिम बंगाल में मनरेगा योजना के तहत बजट आवंटन का दुरुपयोग किया गया और अपात्र लोगों को लाभ पहुंचाने का अपराध किया गया. उन्होंने प्रश्नकाल के दौरान तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी के पूरक प्रश्न पूछे जाने के बाद यह बात कही. बनर्जी ने पूरक प्रश्न पूछते हुए आरोप लगाया कि मनरेगा के बजट आवंटन में पश्चिम बंगाल के साथ भेदभाव किया जा रहा है और उसे देय राशि रोकी गई.
उसी दौरान झारखंड के देवघर के सांसद निशिकांत दुबे ने भी अपने राज्य को लेकर शिवराज से सवाल पूछ डाला. उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री आवास योजना की तरह क्या राज्य सरकार की योजनाओं में भी मनरेगा के तहत मजदूरी देने का प्रावधान है. अगर नहीं तो केंद्र सरकार इस दिशा में क्या कर रही है. दरअसल, झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार केंद्र की प्रधानमंत्री आवास योजना की तरह अबुआ आवास योजना चलाती है. दुबे का सवाल इसी अबुआ आवास योजना को लेकर था. इस पर शिवराज ने कहा कि मनरेगा का पैसा मजदूरों को मजदूरी देने के लिए है. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भी इस पैसे से मजदूरों को मजदूरी दी जा सकती है. लेकिन, इसका अन्य योजनाओं में इस्तेमाल नहीं हो सकता है. अगर अबुआ आवास योजना के तहत ये पैसा गया है तो हम इसकी जांच करवाएंगे. इसके बाद चर्चा होने लगी कि शिवराज सिंह को तो मंगलवार को अपनों ने ही घेर लिया. दिन में निशिकांत दुबे और शाम होते-होते उपराज्यपाल जगदीप धनखड़ ने उनपर सवालों की बौछार कर दी.
Tags: CM Shivraj Singh Chauhan, Jagdeep Dhankhar, Nishikant dubeyFIRST PUBLISHED : December 4, 2024, 11:58 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed